मारवाड़ में बीजेपी को हो सकता है नुकसान, जाट वोटबैंक मुख्य वजह
मारवाड़ की पांच लोकसभा सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी मार्जिन से जीत हासिल की थी लेकिन इस बार मारवाड़ की दो लोकसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी के हाथ से खिसक सकती है।
बाड़मेर लोकसभा सीट पर राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी में जाट वोट बैंक को एक जुट करने में काफी हद तक सफलता हासिल की है, और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने भारतीय जनता पार्टी के परंपरागत राजपूत एवं अन्य मूल ओबीसी के वोट बैंक को साधा था।
ऐसे में बाड़मेर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी मुकाबले से बाहर होती दिख रही हैं।
बाड़मेर की लोकसभा सीट पर माना जा रहा है कि रविंद्र सिंह भाटी ने राजपूत व मूल ओबीसी के 70 प्रतिशत मतदाताओं को अपने पक्ष में कर लिया और कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल 70% जाट, एससी व मुस्लिम मतदाताओं को साधने में कामयाब हो गए।
नागौर लोकसभा सीट पर भी मुकाबला रोचक
नागौर लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा से गठबंधन करके चुनाव जीता था लेकिन इस बार हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है, पिछली बार कांग्रेस की प्रत्याशी रही ज्योति मिर्धा इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रही हैं।
ऐसे में कांग्रेस आरएलपी के गठबंधन के सामने भारतीय जनता पार्टी कमजोर पड़ सकती है।