भगवान शिव की प्रतिमा
राजस्थान के नाथद्वारा में भगवान शिव की एक प्रतिमा बनाई जा रही है , भगवान शिव की प्रतिमा 351 फीट लंबी है जोकि नेपाल के कैलाश नाथ से भी ऊंची प्रतिमा है , वर्तमान में भगवान श्री शिव की मूर्ति प्रतिमा कैलाश नाथ मंदिर नेपाल में है जो कि 143 फुट की है इसके अलावा 123 फीट की मुरुदेश्वर मंदिर कर्नाटक में प्रतिमा मौजूद है एवं 112 फीट के आदि योग मंदिर तमिलनाडु में प्रतिमा मौजूद है एवं 108 फीट की मंगल महादेव मॉरीसन में भगवान शिव की प्रतिमा स्थित है।
इस मूर्ति का वजन 30 हजार टन है इस मूर्ति का क्षेत्र 16 एकड़ यानी कि 26 बीघा में फैली हुई है , इस प्रतिमा के निर्माण में 2600 टन स्टील एवं लोहा आज तक लग चुका है एवं 26 हजार 618 क्यूबिक मीटर सीमेंट और कंक्रीट लगी । 400 लोग ओपन ए सी फूड कोर्ट में एक साथ बैठ जाएंगे ।
बताया जा रहा है कि आईआईटी के सीनियर प्रोफेसर ने इस मूर्ति का डिजाइन तैयार किया है यह मूर्ति अगले 2500 साल तक सुरक्षित रहेगी एवं धूप व बारिश से भी इस मूर्ति को बचाने के लिए जिंक की कोटिंग कर कॉपर कलर किया ।
इस प्रतिमा के आसपास 250 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने के दौरान भी इस स्टेच्यू पर कोई भी असर नहीं होगा ।
खास बात यह भी है कि इस प्रतिमा में भगवान शिव का चेहरा 70 फीट लंबा है । एवं भगवान शिव की यह प्रतिमा करीब 20 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी पर दिखाई देगी ।
भगवान शिव की प्रतिमा बनाई जा रहे प्लेटफॉर्म का क्षेत्रफल 13000 स्क्वायर फीट है । यहां पर एक थीम पार्क भी बनेगा जिसमें 250 कारें एवं 200 बाइक पार्क हो सकेगी ।
इस प्रतिमा को बनाने में करीब 10 साल लगेंगे एवं इस प्रतिमा का निर्माण करीब 2014 के आसपास शुरू किया गया था ।
इस प्रतिमा के पास 22 दुकानें भी बनाई जाएगी । एवं इस प्रतिमा के पास दो तालाब भी बनाए गए , जिसमें से भगवान शिव के अभिषेक के लिए जल उपयोग में लिया जाएगा।