दशहरा कब और क्यों मनाया जाता है?
भारत के प्रमुख पर्वो में से एक दशहरा कब और क्यों मनाया जाता है? तथा भारत में दशहरे का पर्व कहां का प्रसिद्ध है? ऐसे ही अनेक सवालों के जवाबों के बारे में जानिए हमारे इस आर्टिकल में।
दशहरा कब मनाया जाता है?
दशहरा हिंदू माह के आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है यानी आश्विन शुक्ल दशमी के दिन दशहरे का पर्व संपूर्ण भारत में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के दिन रावण का पुतला दहन करने की परंपरा प्रचलित है।
दशहरा क्यों मनाया जाता है?
हर पर्व को मनाने के पीछे एक विशेष वजह होती है। और दशहरा मनाने के पीछे की वजह है, भगवान श्री राम की रावण पर विजय। दशहरे के दिन ही भगवान श्रीराम ने अहंकारी पुरुष रावण का वध अबला हरण के कारण कर दिया था।
दशहरे के दिन हिंदू धर्म के अनुयायी रावण का पुतला दहन करते हैं। जिसके दहन करने से ऐसी मान्यता है कि रावण का पुतला दहन करने से पापों का नाश होता है। दशहरे को विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है।
दशहरे का त्यौहार कहां नहीं मनाया जाता है?
मुख्यतः दशहरे का त्यौहार संपूर्ण भारत में मनाया जाता है लेकिन भारत के राजस्थान में स्थित मंडोर (जोधपुर) नामक स्थान पर दशहरे का त्यौहार नहीं मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंडोर में रावण का ससुराल था।
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इसलिए मंडोर निवासी दशहरे का पर्व नहीं मनाते हैं। दशहरे के दिन मंडोर निवासी शोक मनाते हैं। और यहां कोई भी रावण का पुतला दहन नहीं करता है।
भारत में दशहरे का त्यौहार कहां का प्रसिद्ध है?
भारत में दशहरे का त्यौहार कर्नाटक में स्थित मैसूर का प्रसिद्ध है। संपूर्ण भारत में सबसे विशाल व सबसे आकर्षक दशहरे का पर्व मैसूर में मनाया जाता है।
राजस्थान में दशहरे का त्यौहार कहां का प्रसिद्ध है?
राजस्थान में दशहरे का त्यौहार कोटा तथा चित्तौड़गढ़ जिले का प्रसिद्ध है। इस दिन कोटा तथा चित्तौड़गढ़ में रावण का 100 फीट से भी अधिक ऊंचाई का पुतला दहन किया जाता है। तथा पुतले को आग तीर कमान के माध्यम से लगाई जाती है। तथा रावण के पुतले के 10 सिर बनाए जाते हैं।