गिरदावरी क्या है ?
पटवारी द्वारा किसानों की जमीन का लेखा जोखा जिसमें बताया जाता है कि किस किसान के कितनी जमीन पर कौन सी फसल फसल बोई हुई है एवं किस किसान की कितनी फसल खराब हुई है?, और कौन कौन सी फसल खराब हुई है? यह सब रिकॉर्ड गिरदावरी में उपलब्ध होता है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गिरदावरी के विशेष निर्देश अधिकारियों को दे दिए हैं।, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 12 अगस्त को ट्वीट करके बताया कि कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि होने से फसल का खराब हुआ है , एवं कुछ इलाकों में वर्षा बहुत कम हुई है एवं अलग-अलग जिलों के अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है कि विशेष गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करें ताकि समय पर किसानों को मुआवजा मिल सके। साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन इलाकों में वर्षा कम हुई है वहां प्रायः अगस्त महीने में ज्यादा वर्षा होकर स्थिति सामान्य पर आ जाती है।
हम आपको बताने वाले हैं कि आप तो अपनी गिरदावरी रिपोर्ट कैसे देख सकते हैं?
सबसे पहले हम आपको बता दें कि गिरदावरी रिपोर्ट जमीन के खसरा नंबर या जमीन के मालिक के नाम पर रिपोर्ट बनाई जाती है।
आप https://jansoochna.rajasthan.gov.in/Services/DynamicControls या https://khasra.rbaas.in पर जा करके गिरदावरी रिपोर्ट देख सकते हैं।
लिंक पर क्लिक करने के बाद है आपको अपने जिला , तहसील ,ग्राम पंचायत एवं जमीन मालिक के नाम चयन करना होगा
इसके बाद आपको किस फसल की गिरदावरी के बारे में जानना है उस फसल का प्रकार व वर्ष का चयन करना होगा
सभी विकल्पों को भरने के बाद आपके सामने एक पीडीएफ फाइल उपलब्ध होगी जिसको आप डाउनलोड भी कर सकते है ।
गिरदावरी रिपोर्ट पर मुआवजा कितना मिलता है?
गिरदावरी रिपोर्ट के बाद मुआवजा एक निश्चित मात्रा न मिलकर फसल खराबे के अनुसार मिलता है यानी कि जिन किसानों की फसल ज्यादा खराब होती है उन्हें ज्यादा मुआवजा मिलता है। हालांकि किस फसल को बोया गया है उसको भी ध्यान में रखकर सरकार मुआवजा देती है।
Jmabndi
जल्द ही