राजस्थान विधानसभा में वास्तु दोष कैसे हुआ दूर: 25 साल में पहली बार 200 MLA साथ बैठे
राजस्थान विधानसभा में एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब 25 साल बाद पहली बार सभी 200 विधायक एक साथ सदन में मौजूद रहे। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इसे “सौभाग्य की बात” कहते हुए कहा कि यह उपलब्धि विधानसभा भवन में लंबे समय से चली आ रही वास्तु दोष की मान्यता को दूर करने के प्रयासों का नतीजा है। पिछले 25 वर्षों में कभी भी सभी 200 विधायक एक साथ सदन में उपस्थित नहीं हो पाए थे, जिसके पीछे वास्तु दोष को एक कारण माना जाता रहा है। इस बार किए गए बदलावों ने न केवल इस मिथक को तोड़ा, बल्कि विधायकों के बीच भी सकारात्मक भावना पैदा की।
वास्तु दोष और उसका इतिहास
राजस्थान विधानसभा का नया भवन 2001 में शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक हर सत्र में किसी न किसी कारण से विधायकों की संख्या 200 से कम रही। कभी किसी विधायक की असामयिक मृत्यु, तो कभी अन्य कारणों से सीटें खाली रहने की घटनाएं सामने आईं। पिछले 24-25 सालों में 16 विधायकों की मृत्यु हुई, जिसके बाद वास्तु दोष की चर्चा ने जोर पकड़ा। मान्यता थी कि भवन का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति के. आर. नारायणन द्वारा होना था, लेकिन उनके अस्वस्थ होने के कारण यह बिना उद्घाटन के शुरू हो गया। इसके बाद से यह मिथक और गहरा गया।
वास्तु दोष दूर करने के लिए किए गए 6 बड़े बदलाव
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने वास्तु विशेषज्ञों की सलाह पर कई बदलाव लागू किए
- प्रवेश द्वार में परिवर्तन
- कारपेट का रंग बदला
- सीटों का रंग परिवर्तन
- स्पीकर की टेबल का समायोजन
- उत्तरी हिस्से का हल्का करना
- अन्य सौंदर्य परिवर्तन