भारत-पाकिस्तान संबंध: तनाव चरम पर, हालात गंभीर
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है, जिसने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। हाल के दिनों में सीमा पर बढ़ती हिंसा, आतंकी हमलों, और दोनों देशों के बीच तीखी बयानबाजी ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
पहलगाम हमले ने बढ़ाया तनाव
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने दोनों देशों के बीच तनाव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इस हमले में कई भारतीय शहीद हो गए, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई की रात को पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। भारतीय वायुसेना ने रावलपिंडी, लाहौर और कराची सहित कई शहरों में ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसमें पाकिस्तान का दावा है कि उसका क्रिकेट स्टेडियम और मिसाइल डिफेंस सिस्टम तबाह हो गया।
पाकिस्तान ने इन हमलों को “अघोषित युद्ध” करार देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें सेना के उच्च अधिकारियों ने हिस्सा लिया। पाकिस्तानी संसद में सांसदों ने भारत के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की, जबकि कुछ ने युद्ध के डर से अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की गुहार लगाई।
सीमा पर लगातार उल्लंघन
पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। 29 अप्रैल को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू के परगवाल सेक्टर में गोलीबारी की, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों ने हॉटलाइन पर बातचीत की, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को बिना उकसावे के उल्लंघनों के खिलाफ चेतावनी दी।
इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के तीन लड़ाकू विमान और एक निगरानी विमान को मार गिराने का दावा किया है, जिससे दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव और बढ़ गया है।