अब पढ़ाई के लिए नहीं जाना होगा स्कूल , ऑनलाइन होगी पढ़ाई , राजस्थान सरकार खोल रही वर्चुअल स्कूल
कोविड के बाद राजस्थान में स्कूली शिक्षा में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है जहां कोविड-19 समय स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई का दौर शुरू हुआ तो अब राजस्थान सरकार द्वारा 2023-24 के सत्र से वर्चुअल स्कूल में खोलने की शुरुआत की जा रही है।
स्कूलों की मान्यता रजिस्टर्ड शैक्षणिक तकनीकी संस्थाओं को दी जाएगी एवं संस्थाओं को किसी पर निजी स्कूल से एमओयू करना होगा जिसकी शुरुआत अभी सिर्फ गैर सरकारी स्कूलों से की जा रही है।
शिक्षा विभाग ने स्कूलों को मान्यता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है एवं इसके विस्तृत गाइडलाइन भी जारी कर दी गई , अब तक मिले आवेदनों में 3 संस्थाओं को मान्यता भी प्रदान कर दी गई है। लेकिन इसी बीच शिक्षा विभाग के इस फैसले से निजी स्कूलों ने आपत्तियां जताई है एवं इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि वर्ष वर्चुअल स्कूलों को खोलने का असर ऑफलाइन स्कूलों पर पड़ेगा एवं छात्रों की नींव कमजोर होगी।
शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक ऑनलाइन क्लास में प्रत्येक कालांश में अधिकतम 45 विद्यार्थी हो सकेंगे , कक्षा नौ – दस के लिए दो , कक्षा 11 – 12 के लिए तीन एवं 9 से 12 के लिए 5 वर्चुअल स्टूडियो होना जरूरी हैं।
प्रतिदिन अध्ययन का समय 6 घंटे होगा एवं आठ कालांश होंगे , विद्यार्थी कहीं से भी कक्षा में शामिल हो सकते हैं उन्हें रोज स्कूल जाने की जरूरत नहीं होगी , विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने एवं तैयारी करने का अतिरिक्त समय बचेगा , वर्चुअल स्कूलों में फीस की 50 फ़ीसदी तक कमी आएगी , गांव के बच्चे भी शहरों के स्कूलों से जुड़ पाएंगे।
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लेकिन बताया जाता है कि वर्चुअल स्कूलों के कुछ नुकसान भी है जैसे कि स्कूल में बच्चों का शारीरिक विकास होता हैं एवं इस पर ऑनलाइन क्लासेज में असर पड़ेगा। बच्चों का दोस्तों से मेल मिलाप नहीं होगा एवं स्कूल में होने वाली गतिविधियों से भी वंचित होंगे ।