यू.आर. साहू बने RPSC के नए अध्यक्ष, पारदर्शिता और सुधार का लिया संकल्प
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) को आखिरकार 10 महीनों के लंबे इंतजार के बाद नया अध्यक्ष मिल गया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने मंगलवार को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारी और राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) उत्कल रंजन साहू (U.R. साहू) को RPSC का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। इस नियुक्ति के साथ ही साहू ने आयोग की साख को पुनर्जनन करने और भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाने का संकल्प लिया है।
1988 बैच के IPS अधिकारी साहू, जो दिसंबर 2023 से राजस्थान के DGP के रूप में कार्यरत थे, हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया था, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया। उनकी नियुक्ति को लेकर राज्यपाल ने सरकार की सिफारिश पर आदेश जारी किए। साहू की जगह अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा को DGP का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
RPSC के समक्ष चुनौतियां और साहू का विजन
पदभार ग्रहण करने के बाद साहू ने मीडिया से बातचीत में कहा, “RPSC एक बड़ी जिम्मेदारी है। आयोग में कई समस्याएं हैं, जिन्हें सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है। हमारा लक्ष्य निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षाएं आयोजित करना और युवाओं का भरोसा जीतना है।” साहू ने विशेष रूप से पेपर लीक जैसे मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाने और भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार लाने की बात कही।
पिछले कुछ वर्षों में RPSC की छवि पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के कारण प्रभावित हुई है। विशेष रूप से 2021 की SI भर्ती परीक्षा को लेकर उठे विवादों ने आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए थे। साहू ने DGP के रूप में इस भर्ती को रद्द करने की सिफारिश की थी, जिसे उनकी ईमानदार और कठोर निर्णय लेने की क्षमता का प्रमाण माना जाता है।