ओसियां से दिव्या मदेरणा के सामने आरएलपी ने क्यों नहीं उतारा प्रत्याशी ?
ओसियां से 2018 में विधायक बनने वाली दिव्या मदेरणा व नागौर सांसद द्वारा आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल के बीच लगातार तीन चार साल तक जुबानी हमलें चलते रहे, चुनाव से पहले हनुमान बेनीवाल दावा भी कर रहे थे कि ओसियां से आरएलपी विधानसभा चुनाव लड़ेगी और दिव्या मदेरणा को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी इस बार चुनाव हराएगी।
2023 के विधानसभा चुनाव में भी आरएलपी ने अपनी पार्टी से प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या दिव्या मदेरणा के सामने चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी भैराराम सियोल को हनुमान बेनीवाल समर्थन करेंगे या ओसियां विधानसभा सीट से आरएलपी को कोई योग्य उम्मीदवार नहीं मिला।
ओसियां विधानसभा में पंचायती राज चुनाव में प्रधान के वक्त भी आरएलपी ने बीजेपी का समर्थन किया था, हालांकि विधानसभा चुनाव में आरएलपी की विधानसभा चुनाव न लड़ने के बाद अब कयास यही लगाए जा रहे हैं कि ओसियां में आरएलपी बीजेपी को समर्थन दे सकती है।
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दिव्या मदेरणा ने भी हनुमान बेनीवाल को चुनौती देते हुए कहा था कि बीजेपी और आरएलपी अपने-अपने प्रत्याशी उतार दे मैं शेरनी की तरह चुनाव लडुंगी और जीतूंगी।