₹2000 के नोट बंद क्यों हुए ? आखिर नोटबंदी करने का कारण क्या है ?
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ₹2000 के नोट को बंद करने के फैसले के बाद 2016 में हुई नोटबंदी याद करना शुरू कर चुके हैं, 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी करने का ऐलान किया था एवं इस दौरान ₹500 व 1000 रुपए के नोट बंद किए गए थे।
लेकिन अचानक आरबीआई द्वारा ₹2000 के नोट को बाजार में चलन से हटाने के फैसले पर विपक्ष ने भी सवाल खड़े करना शुरू करते हैं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार एवं आरबीआई मानती है कि ₹2000 से ब्लैक मनी बढ़ जाएगी तो फिर 500 एवं ₹1000 के नोट बंद क्यों किये गए।
वही एक्सपर्ट्स के मुताबिक आरबीआई डिजिटल करेंसी को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है ऐसे में ₹2000 के नोट का चलन बंद कर दिया है। वही ₹2000 के नोट को 23 मई से किसी भी बैंक में बदला जा सकता है एवं भारतीय रिजर्व बैंक ने ₹2000 के नोट को बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया हैं।
आरबीआई ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि ₹2000 के नोट को वित्त वर्ष 2021 22 के बाद नहीं छापा गया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को ₹500 व 1000 के नोटों का चलन से बाहर करने के बाद 500 एवं 2000 के नए नोट जारी किए थे
अगर आपके पास भी ₹2000 के नोट है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि आप अपने नजदीकी बैंक में 23 मई के बाद अपने नोट बदलवा सकते हैं। आपको तो ₹2000 के नोट के बदले 500 – 500 या फिर अन्य रकम के नोट दिए जाएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के आदेशों के मुताबिक 30 सितंबर तक आप अपने नजदीकी बैंक के किसी भी बैंक में ₹2000 के नोट को बदल सकते हैं 30 सितंबर के बाद आप के 2000 रुपए के नोट नहीं बदले जाएंगे।
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