जोधपुर निवासी एक महिला अपने ही पति से परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए 9 अगस्त की सुबह तख्तसागर झील पहुंची , महिला तत्व सागर के पास पहुंचने के बाद कुछ देर तक वहीं खड़ी रही , ऐसे में वहां पर तैनात गोताखोर को शक हुआ कि महिला आत्महत्या करने के प्रयास में है ।
इसके बाद गोताखोर भरत चौधरी ने सुबह 10 बजे अशोक सिंह , घेवर , गणेश सहित कई साथियों को बुलाया एवं महिला के पास पहुंचे ।
शुरुआत में तो महिला ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया लेकिन गोताखोरों द्वारा लगातार पूछने के बाद महिला महिला ने खुद को मुंबई मोटर्स चौराहे के पास का निवासी बताया ।
महिला ने बताया कि उसका पति बीकानेर रहता है एवं उसके व उसके पति के बीच पिछले काफी समय से झगड़ा चल रहा है एवं ऐसे में अब तलाक लेने तक बात पहुंच चुकी है ।
महिला ने बताया कि वह भी चाहती है कि तलाक हो जाए लेकिन वह चाहती है कि उसकी 6 वर्षीय बेटी , चार व पांच वर्ष के दो बेटे अपने पास रहे। लेकिन महिला की सास व पति चाहते हैं कि दो बेटे और बेटी उनके पास रहे।
ऐसे में महिला परेशान हो गई और उसने आत्महत्या करने की ठान ली। एवं सुबह उठकर तख्तसागर झील में कूदकर आत्महत्या करने के उद्देश्य से घर से निकल पड़ी।
पूरी बात सुनकर गोताखोरों ने जब पुलिस को सूचना दी तो महिला गोताखोरों के आगे निवेदन करने लगी और कहा कि पुलिस को सूचना ना दें वह घर चली जाएगी । इसके बाद जोधपुर पुलिस मौके पर पहुंची एवं महिला व उसके परिजनों से समझाइश करने की कोशिश की एवं महिला से समझाकर उसे वापस घर रवाना किया।
वहां पर मौजूद अन्य महिलाओं ने उस महिला को समझाने की कोशिश की एवं एक अन्य महिला ने अपनी दास्तां सुनाकर महिला को मोटिवेट करने का प्रयास किया , अन्य महिला ने बताया कि उसके पति ने उसे 23 साल पहले छोड़ दिया था।