पंजाब में कांग्रेस के नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को रास नहीं आ रहे थे जिसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया था उसके बाद राहुल गांधी के साथ बैठक करने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा वापस ले लिया था ये पुरा मामला हरीश रावत के समय हुआ लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का अहम रोल रहा , हरीश चौधरी ने पंजाब कांग्रेस में बढ़ रही कलह को शांत करने के लिए लगातार प्रयास किए ।
राजस्थान राजस्व मंत्री हरीश चौधरी पूर्व में भी पंजाब कांग्रेस प्रभारी रह चुके हैं एवं 12 अक्टूबर को केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पंजाब कांग्रेस प्रभारी के पद से हरीश रावत को मुक्त किया जाता है एवं पंजाब के नए प्रभारी हरीश चौधरी होंगे एवं हरीश चौधरी ने तत्काल कार्यभार संभाल लिया है। हरीश चौधरी ने पूर्व में कैप्टन के विरोध में खुलकर बोला था । कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नजदीकी नेताओं में से एक माने जाते हैं एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काफी खास भी हैं।
क्या हरीश चौधरी अब नवजोत सिंह सिद्धू व चरणजीत सिंह चन्नी की आप से नाराजगी को दूर कर पाएंगे? , पिछले विधानसभा चुनाव में भी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी गए थे एवं इस बार भी प्रभारी हरीश चौधरी के रहने की संभावना है।
अलंकी हरीश रावत ने भी कांग्रेस आलाकमान को पंजाब कांग्रेस प्रभारी बच्चे कार्यमुक्त करने का निवेदन किया था हरीश रावत ने बताया था कि उत्तराखंड में चुनाव नजदीक होने की वजह से वह उत्तराखंड में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं । इसके बाद कांग्रेस आलाकमान हरीश रावत को कार्यमुक्त करने का विचार किया।
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