सचिन पायलट के विरोध में 70 विधायकों ने दिए इस्तीफे , विधायक दल की बैठक रद्द

News Bureau
3 Min Read

मंत्री शांति धारीवाल के निवास स्थल पर अशोक गहलोत समर्थित विधायकों की बैठक हुई एवं इसके बाद अशोक गहलोत के समर्थित 70 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पहुंचकर इस्तीफा दे दिया है। वही प्रताप सिंह खाचरियावास ने दावा किया है कि उनके साथ 92 विधायक है।

अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों की मांग है सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए एवं सचिन पायलट के समर्थक विधायक जिन्होंने गहलोत सरकार का विरोध किया था उन सभी विधायकों में से किसी भी विधायक को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए।

राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद हेतु चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद से ही संभावना जताई जा रही थी कि राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री सचिन पायलट बनेंगे , क्योंकि मई में राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के मंथन शिविर में तय किया गया था कि एक व्यक्ति एक पद पर रह पाएगा और ऐसे में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा।

कांग्रेस आलाकमान द्वारा अजय माखन एवं मल्लिकार्जुन को राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के लिए विधायकों से चर्चा करने के लिए जयपुर भेजा गया , लेकिन इस बैठक में सभी विधायकों के नहीं पहुंचने के बाद यह बैठक रद्द हो गई। ।

लेकिन इससे पहले मंत्री शांति धारीवाल के निवास स्थल पर 50 से ज्यादा गहलोत समर्थक विधायक पहुंच चुके हैं , एवं यहां पर पहुंचे विधायकों की मांग हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही रहे , लेकिन अगर राजस्थान का मुख्यमंत्री बदला जाता है तो सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए ‌‌। एवं सचिन पायलट के किसी भी समर्थक विधायकों की मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष के लिए शशि थरूर बनाम अशोक गहलोत संभव , तीसरा चेहरा बिगाड़ सकता है समीकरण

ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि गहलोत समर्थक विधायकों द्वारा इस प्रकार से मीटिंग करके कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बनाने की रणनीति क्या गहलोत की रणनीति है ?

सचिन पायलट के समर्थक विधायकों के साथ सचिन पायलट की बैठक चल रही है । लेकिन अशोक गहलोत के समर्थक 50 से ज्यादा विधायक शांति धारीवाल के घर पहुंचने से प्रतीत होता हैं कि अशोक गहलोत समर्थक विधायकों को मनाना काफी मुश्किल हो सकता हैं।

अशोक गहलोत समर्थक विधायकों में काफी विधायक मंत्री भी हैं , एवं अशोक गहलोत समर्थक विधायकों का कहना है कि अगर अशोक गहलोत समर्थित किसी विधायक को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है, तो सरकार गिर सकती हैं।

Share This Article