भगवान होते हैं या नहीं ? आखिर क्या है सच , अगर होते हैं तो भगवान कहां रहते हैं ?
भगवान होते हैं या नहीं ? जब भी कोई इस सवाल को सुनता है तो असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है, और इस सवाल का जवाब क्या दें ? ये समझ नहीं आता।
जब भी हम धार्मिक ग्रंथ पढ़ते हैं तो हमें लगता है कि भगवान होते हैं ,अलग धर्मों में भगवान के अलग-अलग रूप बताए गए है जैसे हिंदू धर्म में ब्रह्मा , विष्णु , शिव इत्यादि , मुस्लिम धर्म में अल्लाह , ईसाई धर्म में ईसा मसीह आदि को पृथ्वी के श्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में पूजा जाता है।
भगवान कहां रहते हैं ?
इन सभी धर्मों में भगवान का निवास व्यक्ति के मन को बताया गया है , वही हिंदू धर्म में लगातार पाखंडता से ज्यादा फैलती रही और इसके बाद वर्तमान दौर में भगवान के कई रूप बता दिए गए हैं। क्योंकि वैज्ञानिक भी विभिन्न ग्रहों तक पहुंच चुके हैं ,लेकिन उन्हें भगवान होने का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
वही वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो भगवान को नहीं माना जाता है यानी कि विज्ञान किसी भी बात को बिना तथ्यों के नहीं मानता , लेकिन धर्म में विश्वास करने वाले लोगों के अनुसार ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं होता हैं।
जैसा कि हमने आपको बताया कि विज्ञान तथ्यात्मक एवं प्रयोगात्मक विषयों पर ज्यादा विश्वास करती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कहा जा सकता कि प्रकृति में कोई भी ऐसी शक्ति नहीं है जो आश्चर्यजनक हो । प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में कुछ वैज्ञानिक ऐसा मान चुके हैं कि प्रकृति में एक ऐसी शक्ति मौजूद है जो कि किसी भी परिणाम के पीछे की वजह होती है।
वैज्ञानिक इस शक्ति को अपने ढंग से प्रस्तुत करते हैं तो धार्मिक लोग इस शक्ति को अपने ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं ।
भारत के मिसाइल मैन अब्दुल कलाम भी मुस्लिम एवं हिंदु एवं अन्य धर्मों के ग्रंथों का सम्मान करते थे एवं उनका अध्ययन भी करते थे।