JNVU के रोचक चुनाव : विधायक मदेरणा व सांसद बेनीवाल का प्रवेश , रविन्द्र भाटी भी तैयार तो मोती सिंह भी कुदे मैदान में
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के छात्र संघ चुनाव बहुत ही रोचक हो गए। जहां पर अब तक एबीवीपी एवं एनएसयूआई का दबदबा होता था , तो वही इस बार चुनाव में इन दोनों संगठनों के नाम को नहीं देखा जाएगा। एबीवीपी एवं एनएसयूआई ने जाट कैंडिडेट्स को अध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं रविंद्र सिंह भाटी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जो कि पिछली बार निर्दलीय चुनाव जीते थे, उन्होंने अरविंद सिंह भाटी को चुनाव मैदान में उतारकर अपना समर्थन दे दिया है। लेकिन मोती सिंह जोधा जो कि पिछले काफी समय से जेएनयू में एक्टिव थे । मोती सिंह जोधा भी चुनाव मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकने का कह चुके हैं। जानकारी के अनुसार रविंद्र सिंह भाटी लगातार मोती सिंह को मनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन मोती सिंह इस बार चुनाव मैदान से बाहर जाने के मूड में नहीं है।
इधर एनएसयूआई से प्रत्याशी हरेंद्र चौधरी ने विधायक दिव्या मदेरणा से मुलाकात की , वही माना जाता है कि हरेंद्र चौधरी को एनएसयूआई से टिकट दिलवाने में दिव्या मदेरणा व सुनील चौधरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। क्योंकि दिव्या मदेरणा चाहती थी कि पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ के पोते दीपक जाखड़ को छात्रसंघ चुनाव में टिकट ना मिले , और इसीलिए दिव्या मदेरणा ने हरेंद्र चौधरी के नाम पर सहमति जताई एवं टिकट के लिए प्रयास किया।
हरेंद्र चौधरी ने दिव्या मदेरणा के साथ मुलाकात कर ट्विटर पर ट्वीट भी किया।
ओसिया विधायका सुश्री दिव्या जी मदेरणा से निवास स्थान पर जाकर मुलाकात की ओर आशीर्वाद प्राप्त किया आगामी छात्रसंघ चुनाव आपका भाई
हरेन्द्र चौधरी
अध्यक्ष पद NSUI
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर@DivyaMaderna pic.twitter.com/mr4OxwRvss— Harendra Choudhary JNVU (@HarendraJnvu) August 12, 2022
इधर एबीवीपी से चुनाव लड़ रहे राजवीर सिंह बांता ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल से मुलाकात करके समर्थन मांगा।
कल नागौर के सांसद हनुमान जी बेनीवाल से आशीर्वाद लिया।
आप का आशीर्वाद हमेशा मेरे ऊपर बना रहे 🙏@hanumanbeniwal pic.twitter.com/xqGvjodwRD— Rajveer Singh Banta (@Rajveer_Banta) August 13, 2022
हनुमान बेनीवाल व दिव्या मदेरणा के बीच रिश्ते काफी समय से खटास भरे चल रहे हैं , ऐसे में इस चुनाव में आरएलपी व दिव्या मदेरणा का भी प्रभाव रहने का अंदेशा है।
रविंद्र सिंह भाटी भी अरविंद सिंह भाटी का समर्थन करने के बाद से चुनाव तैयारियों में जुट गए हैं। मोती सिंह जोधा खुद अपने दम पर चुनाव के मैदान में कूद पड़े हैं।