राजस्थान के जोधपुर स्थित जालोरी गेट पर झंडों को लेकर धार्मिक विवाद शुरू हो गया , यह विवाद कल रात को शुरू हुआ था , धार्मिक विवाद को प्रदेश पुलिस ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी है ।
लेकिन क्यों हुआ विवाद , देखिए इसकी पूरी रिपोर्ट
दरअसल ईद से एक दिन पहले शाम को कुछ मुस्लिम युवकों द्वारा एक स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया जाता है , कुछ दिन पहले इस प्रतिमा पर हिंदु धर्म का भगवा झंडा लगाया गया , और मुस्लिम युवकों ने हिंदू धर्म के झंडे को उतारकर इस्लामिक धर्म का झंडा लगा दिया ।
वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस्लामिक झंडे का विरोध किया , और इस्लामिक झंडे को उतार दिया । इसके बाद दोनों गुट आपस में भिड़ गए , प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर कल रात इस मामले को शांत करवाया।
लेकिन मंगलवार सुबह ईद का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद एक बार फिर हिंसा भड़क गई , पुलिस पर पथराव किया गया, कई गाड़ियों में आग लगा दी गई , एटीएम व सामानों में तोड़फोड़ की भी खबरें मिल रही है । बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के कई लोगों के पास तलवार जैसे हथियार भी थे , फिलहाल पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है।
इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तत्कालीन इस मामले की जानकारी लेकर जयपुर से कई प्रशासनिक अधिकारियों को जोधपुर के लिए रवाना किया , आपको बता दें कि अपने जन्म दिवस के कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया , वही जोधपुर के 10 थानों की पुलिस अलर्ट मोड पर है , प्रशासन द्वारा संवेदनशील इलाकों में अगले आदेश तक इंटरनेट को बंद कर दिया गया , और शहर के कई इलाकों में भी कर्फ्यू लगाया गया।
जानकारी मिल रही है कि जोधपुर सांसद एवं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौके पर पहुंचे हैं और जालोरी गेट पर धरना दे दिया है ।
वर्तमान में जालोरी गेट पर शहीद की प्रतिमा पर हिंदू व मुस्लिम धर्म का कोई भी झंडा नहीं है और तिरंगा झंडा लगाया हुआ है।