राजस्थान के सभी जिलों (33) के शुभंकर , जानिए राजस्थान के सभी जिलों के शुभंकर
राजस्थान के सभी जिलों के शुभंकर के बारे में चर्चा करेंगे लेकिन इससे पहले जान देते हैं कि शुभंकर क्या होते हैं ?
राजस्थान सरकार द्वारा विशेष जिला में पाए जाने वाले विशेष जीव-जंतुओं को सुरक्षित रखने के लिए शुभंकर घोषित किया जिस प्रकार से राष्ट्रीय पशु या पक्षी होते हैं उसी प्रकार से शुभंकर मान लीजिए।
सबसे पहली बात करते हैं अजमेर जिले की , अजमेर जिले का शुभंकर खरमोर हैं, अलवर जिले का शुभंकर सांभर है , बांसवाड़ा जिले का शुभंकर जल पीपी है , बारां जिले का शुभंकर मगर हैं , बाड़मेर जिले का शुभंकर मरु लोमड़ी हैं , भरतपुर जिले का शुभंकर सारस हैं, भीलवाड़ा जिले का शुभंकर मोर है , बीकानेर जिले का शुभंकर भट्ट तीतर हैं।
बूंदी जिले का शुभंकर सुर्खाब हैं, चित्तौड़गढ़ का शुभंकर चौसिंगा है। चूरु जिले का शुभंकर काला हिरण हैं। दौसा जिले का शुभंकर खरगोश है। धौलपुर का शुभंकर पंछीरा है , डूंगरपुर का शुभंकर जंगली धोक हैं , जैसलमेर का शुभंकर गोडावन है , हनुमानगढ़ का शुभंकर छोटा किलकिल हैं , झुंझुनू का शुभंकर काला तीतर हैं, जालौर का शुभंकर भालू है , झालावाड़ का शुभंकर गागरोनी तोता हैं, जोधपुर का शुभंकर कुरंजा हैं, करौली का शुभंकर घड़ियाल हैं , कोटा का शुभंकर उदबिलाव हैं, नागौर का शुभंकर राजहंस हैं , पाली का शुभंकर तेंदुआ हैं, राजसमंद का शुभंकर भेड़िया है , प्रतापगढ़ का शुभंकर उड़न गिलहरी है , सवाई माधोपुर का शुभंकर बाघ है , श्री गंगानगर का शुभंकर चिंकारा हैं, सीकर का शुभंकर शाहीन हैं, सिरोही का शुभंकर जंगली मुर्गा हैं, टोंक का शुभंकर हंस हैं, उदयपुर का शुभंकर बिज्जू हैं, जयपुर का शुभंकर चीतल हैं।
यह भी पढ़ें Viral Video राशन कार्ड में दत्ता की जगह कुत्ता लिखा , युवक ने कुत्ते की आवाज में भोंककर किया विरोध
नागौर का शुभंकर क्या हैं ?
नागौर का शुभंकर राजहंस है , जबकि टोंक का शुभंकर हंस हैं।
बाड़मेर का शुभंकर क्या हैं ?
बाड़मेर का शुभंकर मरू लोमड़ी हैं, जिसे आम भाषा में लौंकी कहते हैं।