RSS ने परंपरा तोड़ी : दशहरा समारोह में पहली बार मुख्य अतिथि होगी महिला

News Bureau

RSS यानी कि स्वयंसेवक संगठन ने वर्षो पुरानी अपनी एक परंपरा को बदलने का फैसला किया है , राष्ट्रीय संघ सेवक संघ के नागपुर मुख्यालय पर आज दशहरा समारोह का आयोजन किया जाएगा।

इस समारोह के मुख्य अतिथि महिलाओं की जिसने दो बार माउंट एवरेस्ट को फतह किया है , संतोष यादव दुनिया की एकमात्र महिला है जिसने दो बार माउंट एवरेस्ट को फतह किया है ।

जानकारी के मुताबिक 2025 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन की 100 वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी , जिसमें राष्ट्रीय सेविका समिति में शामिल महिलाओं को संघ में शामिल किया जाएगा।

संघ के स्थापना के 97 साल में अभी तक महिला कभी भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन के आयोजन में मुख्य अतिथि के पद पर नहीं रही है ‌‌‌।

आर एस एस विश्व का सबसे बड़ा समाज सेवी संगठन हैं , यह संगठन संघ अथवा आर एस एस के नाम से जाना जाता है । इस संगठन की पहली शाखा में 5 लोग शामिल हुए थे एवं अब 56 हजार से अधिक शाखाओं में लाखों स्वयंसेवक है।

जानकारी के मुताबिक पिछले साल से ही संघ के अध्यक्ष मोहन भागवत ने महिलाओं को आर एस एस में शामिल करने को लेकर गन मंथन शुरू किया ‌‌‌‌।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों मुस्लिमों को भी आर एस एस के करीब लाने का प्रयास कर रहे हैं मोहन भागवत मस्जिदों एवं मंदिरों में जाकर मुस्लिम उलेमाओं से मुलाकात भी कर रहे हैं। मोहन भागवत बताना चाहते हैं कि आर एस एस मुस्लिम विरोधी नहीं है ।

दरअसल विजयदशमी के दिन 1935 में नागपुर में राष्ट्रीय संघ सेवक संगठन की स्थापना की गई । इसलिए विजयदशमी आर एस एस के लिए एक उत्सव से कम नहीं है।

आर एस एस सीधे तौर पर राजनीति में चुनाव नहीं लड़ता ,  लेकिन संघ से जुड़े हुए कई नेता भाजपा से चुनाव लड़ते हैं यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं आरएसएस के कार्यकर्ता रह चुके हैं।

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