वसुंधरा राजे को फिर से बनाया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, क्या रहेगी विधानसभा चुनाव में भूमिका
भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर पदाधिकारियों की घोषणा की इसमें राजस्थान के 3 नेताओं को शामिल किया गया, लेकिन संयोग की बात यह है कि तीनों नेता पहले से पदाधिकारी थे।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर बरकरार रही वहीं राष्ट्रीय महामंत्री के पद पर सुनील बंसल एवं अलका सिंह गुर्जर को राष्ट्रीय सचिव के पद पर रखा गया।
वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय नेतृत्व राष्ट्रीय जनाधार वाला नेता मानते हुए अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले सभाएं आयोजित करवा सकता है ।
वही राजस्थान में वसुंधरा राजे का चुनाव में क्या रोल रहेगा यह तो सुना भी कमेटियों के गठन के बाद ही तय हो पाएगा, लेकिन राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी किसी भी चेहरे पर विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , अमित शाह व राजनाथ सिंह लगातार राजस्थान में रैलियां कर रहे है , बीजेपी के टॉप 3 लीडर की नजर राजस्थान पर होने के बाद अब कांग्रेस भी एक्टिव हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चुनाव में क्या रहेगा रोल
दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रही वसुंधरा राजे को दो बार ऐतिहासिक बहुमत मिला तो 2 बार पार्टी की स्थिति थोड़ी कमजोर रही है 2003 के विधानसभा चुनाव वसुंधरा राजे की अगुवाई में लड़ी गई एवं 200 में से 120 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी चुनाव जीते।
2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 200 में से 78 विधानसभा सीटों पर ही जीत पाई।
2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 163 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की।
2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी हार गई एवं इस बार भारतीय जनता पार्टी को 73 विधानसभा सीटें मिली।
यह भी पढ़ें आई फ्लू कैसे फैलता है, क्या है इसके लक्षण ? Eye flu kaise felta hai
वसुंधरा राजे की अगुवाई में लड़े दो विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस पार्टी की बुरी तरह हार हुई 2003 में कांग्रेस पार्टी 56 सीटों पर सिमट गई तो 2013 के विधानसभा चुनाव में मात्र 21 विधानसभा सीटें प्राप्त कर पाई।