किसान और सरकार के बीच बैठक में क्या हुआ ? किसानों ने विचार करने के लिए समय मांगा
रविवार रात को चौथी बार किसानों एवं केंद्र सरकार के बीच बैठक हुई इस बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने मक्का, कपास व दलहन पर एमएसपी देने का प्रस्ताव दिया, इन्हें सहकारी सभाओं के जरिए 5 साल तक खरीदेंगे।
रविवार शाम 8:30 बजे बैठक शुरू हुई थी एवं यह बैठक करीब 5 घंटे से भी ज्यादा देर तक चली, इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल एवं नित्यानंद राय मौजूद थे। अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, किसान नेता सरवन सिंह पढेर एवं जगजीत सिंह मौजूद सहित कई किसान नेता मौजूद थे।
बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि 19 -20 फरवरी को विचार विमर्श किया जाएगा एवं इसके बाद 20 फरवरी की शाम को अंतिम फैसला लिया जाएगा ।
अगर सरकार के प्रस्तावों पर किसान सहमत नहीं होते हैं, तो किसान नेताओं ने कहा कि किसानों द्वारा दिल्ली कूच किया जाएगा।
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किसान आंदोलन के प्रमुख मांगे क्या है ?
- सभी फसलों पर एमएसपी पर खरीद की गारंटी
- स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत
- किसानों का कर्ज माफ हो एवं पेंशन दी जाए
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को दोबारा लागू किया जाए
- मनरेगा में 200 दिन का काम, 700 दिन की दिहाड़ी
- किसान आंदोलन में मृत किसान परिवारों को मुआवजा मिले और सरकारी नौकरी मिले।
- नकली बीज एवं कीटनाशक दवाइयां की कंपनियों पर एक्शन लिया जाए
- मिर्च , हल्दी एवं अन्य मसाले के लिए राष्ट्रीय आयोग बनाए जाए ।
- मुक्त व्यापार समझौते पर रोक लगाई जाए
- लखीमपुर खीरी के कांड के दोषियों को सजा दी जाए
- विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए
- संविधान की पांच सूची को लागू करके आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए।