किसान आंदोलन का 13वां दिन, बॉर्डर अस्थाई तौर पर खोले गए
किसान आंदोलन का रविवार को डेरवा दिन है एवं किसान अभी तक दिल्ली जाने के लिए बॉर्डर पर डटे हुए हैं, किसानों के 29 फरवरी तक दिल्ली कूच का फैसला टाल देने के बाद अब दिल्ली के टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर को अस्थाई तौर पर खोल दिया गया है यहां पर एक साइड से रोड़ खोलने के बाद आवाजाही शुरू हो चुकी है।
सपना के सात जिलों में इंटरनेट की सुविधा भी बहाल कर दी है 11 फरवरी को अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और जींद में इंटरनेट बंद किया गया था।
किसान आंदोलन में आज तक सात लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें चार किसान एवं तीन पुलिस अधिकारी शामिल है।
खनौरी बॉर्डर पर घायल हुए किसान प्रितपाल का हाल जानने के लिए किसान नेता सरवन सिंह पंधेर चंडीगढ़ पहुंचे, अब किसानों द्वारा 27 जनवरी को दोनों फोरम की राष्ट्रीय स्तर की बैठक शंभू एवं खनोरी बॉर्डर पर आयोजित की जाएगी , इसके बाद 28 फरवरी को साझा बैठक आयोजित की जाएगी एवं 29 फरवरी को आगामी फैसले का ऐलान किया जाएगा।
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किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा की सीआईडी के 200 से ज्यादा लोग शंभू एवं खनोरी बॉर्डर पर आंदोलन में घुसे हुए हैं, यह लोग किसान नेताओं को टारगेट करने की फिराक में हैं एवं नेताओं का एक्सीडेंट करवा सकते हैं या लड़ाई झगड़ा करवाकर उन पर अटैक भी कर सकते हैं।