?अफगानिस्तान में फंसे भारतीय लोगों को वतन वापसी की कोशिश
हर व्यक्ति आजाद रहने के लिए सबसे पहले अपने देश को चुनता है क्योंकि जितनी आजादी उसे अपने देश में मिलती है उतनी कभी भी अन्य देश में मिलने की कोई संभावना नहीं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से एक देश दूसरे देश पर अपना अधिकार जमाना चाहता है मामला है अफगानिस्तान और तालिबान का, अफगानिस्तान पर तालिबान अपना अधिकार जमाना चाहता है एवं अधिकार जमाने के लिए उसने अपने देश से कुछ आतंकवादियों को अफगानिस्तान में भेजें है। इसी के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने देश छोड़ दिया । लेकिन जनता देश छोड़कर कहां जाएं यह सबसे बड़ा सवाल है? महिला व बच्चों पर अत्याचार हो रहे हैं तो अफगानिस्तान में सरेआम फायरिंग करके किसी को भी मार दिया जाता है इसको लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं लेकिन एक बात तो साफ है कि वहां पर सरेआम हत्याएं की जा रही है।
इसी बीच अफगानिस्तान में फंसे भारतीय लोगों को वतन वापसी के लिए पीएम मोदी एवं रक्षा मंत्रालय खुद कमान संभाले हैं। पीएम मोदी लगातार इस मामले में अपडेट प्राप्त कर रहे हैं। अब तक एक विमान अफगानिस्तान से भारत पहुंच चुका है। पीएम ने कई एयर इंडिया से कई विमानों को अफगानिस्तान से भारतीयों को लाने के लिए आरक्षित रखने को भी कहा हैं।
अफगानिस्तान के लोग काबुल में जितना हो सके जल्द पहुंचना चाहते हैं। क्योंकि अब अफगानिस्तान में सिर्फ काबुल ही एक ऐसा एयरपोर्ट से यात्रा संभव है। बाकी सभी एयरपोर्ट तालिबान के कब्जे में आ चुके हैं। भारत सरकार ने अफगानिस्तान के फंसे भारतीयों को ईमेल व सहायता नंबर उपलब्ध करवाए हैं। और उन्हें वतन वापसी के लिए अप्लाई करने को कहा है जानकारी के मुताबिक अब तक 150 से ज्यादा आवेदन हो चुके हैं। मंगल वार को एक विमान काबुल पहुंचा लेकिन वहां पर तालिबान के लड़ाकु होने की वजह से वापस लौट गया।