40 विधानसभा सीटों वाले गोवा में कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों में 11 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी , लेकिन कांग्रेस के 11 में से 8 विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर दी ।
अजीब बात यह है कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी इसी प्रकार कांग्रेस के विधायकों ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी । इसके बाद पिछले विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी ने कॉन्ग्रेस के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने से पहले शपथ दिलाई कि चुनाव जीतने पर वे 5 साल तक कांग्रेस पार्टी में काम करेंगे एवं पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी ज्वाइन नहीं करेंगे । राहुल गांधी ने इस दौरान शपथ पत्र पर सभी उम्मीदवारों के हस्ताक्षर भी करवाए थे।
लेकिन राहुल गांधी के लिए शपथ कार्यक्रम का कोई महत्व नहीं रहा । एवं कांग्रेस पार्टी के 11 में से 8 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी ।
वर्तमान में बीजेपी गठबंधन 33 , कांग्रेस के 3, आप के 2 , GFP के एक और आरजीपी का एक विधायक है।
एक तरफ जहां राहुल गांधी एवं कांग्रेस पार्टी भारत छोड़ो यात्रा कर रही है , वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के 8 विधायकों ने एक साथ पार्टी को छोड़ दिया।
2019 में भी कांग्रेस के पास 15 विधायक थे जिनमें से 10 विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर दी थी।
आम आदमी पार्टी के एक नेता का कहना है कि बीजेपी ने पंजाब में एवं दिल्ली में आम आदमी पार्टी को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन असफल रही एवं इसके बाद बीजेपी ने गोवा में कांग्रेस के विधायकों को तोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस जोड़ों पर ध्यान देना चाहिए।
कांग्रेस छोड़ने पर माइकल लोबो ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के हाथों को मजबूत करने के लिए हमने भाजपा जॉइन किया है। माइकल लोबो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे । इससे पहले वे बीजेपी में थे ।