निर्दलीय विधायकों की नाराजगी भाजपा को पड़ रही महंगी, कांग्रेस ने उम्मेदाराम को अपने पक्ष में किया
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी प्रत्याशी अपनी जीत के लिए अलग-अलग दांव पेंच पर खेल रहे हैं।
बाड़मेर में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किल है इस प्रकर से बढ़ गई है कि 2019 में भाजपा का समर्थन करने वाले आरएलपी नेता उम्मेदाराम बेनीवाल अब कांग्रेस पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले शिव से विधायक रविंद्र सिंह भाटी और बाड़मेर से विधायक प्रियंका चौधरी अब भी भाजपा से दूरी बनाए हुए हैं, दोनों निर्दलीय विधायक अब भाजपा के साथ बातचीत करने को तैयार नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के कई नेता इन निर्दलीय विधायकों को मनाने में जुट गए हैं, लेकिन शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने लोकसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, रविंद्र सिंह भाटी सभी आठ विधानसभा सीटों पर मतदाताओं से मिलने गांव-गांव घूम रहे हैं।
निर्दलीय विधायकों ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी हैं, बाड़मेर से भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में तीसरी स्थान पर रही थी, शिव से भाजपा चौथे स्थान पर रही थी।
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ऐसे में अब बाड़मेर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कैलाश चौधरी निर्दलीय विधायकों को मनाने की कोशिश में जुट गए हैं, भारतीय जनता पार्टी बायतु विधानसभा सीट पर भी अपनी स्थिति सुधारने की कोशिश कर रही है।
यहां पर 2018 एवं 23 के विधानसभा चुनाव में भाजपा तीसरे स्थान पर रही थी, इधर शिव से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले एवं दूसरे स्थान पर रहे फतेह खान अब कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं, बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने फतेह खान को मना लिया है और जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।