GAANV KHABAR की शुरुआत Sagar Mandiya की जुबानी
ढाणियों, देहात, सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से मिलकर बनने वाले ग्रामीण राजस्थान की सभी खबरों को प्रमुखता से प्रदेशवासियों के समक्ष रखने के लिए प्रदेश के युवा सागर मांड्या (Sagar Mandiya) ने गाँव खबर (Gaanv Khabar)न्यूज चैनल की नींव रखी।
जिसके माध्यम से ग्रामीण अंचल की समस्याओं को प्रदेश के जिम्मेदारों तक पहुंचाने और उन पर गौर करने की स्थिति में लाने तक का सफर ही गाँव खबर की पहचान और मूल उद्देश्य बना।
ग्रामीण सरोकार की ऐसी ही एक कड़ी में दौसा क्षेत्र के “किसानों की जमीन निलामी” मुद्दे पर लगातार और सटीक जानकारी के साथ गाँव खबर के माध्यम से राज्य सरकार तक किसान परिवारों पर आए संकट का ध्यानाकर्षण करवाया, जिससे क्षेत्र में लोगों में एक जन जागृति का संचार हुआ और लालफीताशाही के खिलाफ आवाज बनकर उठ खड़े हुए
गाँव खबर(Gaanv Khabar ) के संपादक सागर मांड्या(Sagar Mandiya) ने क्षेत्र में जाकर वहां के किसानों से पड़ताल की और कर्ज और कर्ज में बढ़ोतरी की प्रक्रिया को खंगालना शुरू किया तो कई विसंगतियां नजर आई है, जिसके दोषी ना केवल बैंक कर्मचारी बल्कि सरकार की वो नीतियां भी नजर आई जो किसान को कर्ज के बोझ तले दबाने का काम जारी रखती है।
पड़ताल में बैंक कर्मचारी से बातचीत (नाम न बताने की शर्त पर) पर पता चला कि सरकार ने फिलहाल अस्थाई तौर पर निलामी पर रोक लगाई है लेकिन यह स्थाई समाधान नहीं है, क्योंकि बैंक अपने दिए गए कर्जे की वसूली करने के लिए बाध्य है
किसान नेता राकेश टिकैत से बातचीत में सामने आया कि राजनितिक दल चुनावी मौसम में कर्ज माफी के बड़े बड़े वायदे तो कर देते हैं लेकिन कभी भी सम्पूर्ण कर्जमाफी ना करके ब्याज राशि को माफ करके खानापूर्ति कर देते हैं।जिससे किसान का कर्ज जस का तस बना रहता है और किसान बढ़ते कर्ज के कारण मौत को गले लगा लेता है।
वहीं राज्य सरकार ने दौसा जमीन निलामी में विपक्ष और आवाम के द्वारा चौतरफा घिरने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक आदेश जारी करके तत्काल प्रभाव से निलामी पर रोक लगा दी है और पांच एकड़ भूमि के कर्ज पर निलामी को अवैध घोषित कर दिया है।
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