हनुमान बेनीवाल ने हरीश पर किया पलटवार : बोले 2018 में मेरे आगे हाथ जोड़े थे ….
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल एवं पूर्व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है , राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पिछले दिनों बाड़मेर में एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कहा कि राजस्थान की तीसरी पार्टी अशोक गहलोत द्वारा प्रायोजित पार्टी हैं, हरीश चौधरी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की तरफ था ।
इसके बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दिल्ली में एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा हरीश चौधरी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में उनके आगे हाथ जोड़े थे , बेनीवाल बोले कि 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका विचार बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने का था लेकिन हरीश चौधरी के निवेदन करने के बाद उन्होंने खुद चुनाव नहीं लड़ा और प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया ।
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वह लगातार बाड़मेर की जनता को जगाने का प्रयास कर रहे हैं एवं इसी वजह से बाड़मेर के नेता मुझसे परेशान हैं , हनुमान बेनीवाल पर बायतु में हुए हमले का जिम्मेदार भी हरीश चौधरी को ठहराया था ।
2018 के विधानसभा चुनाव में बायतु से आरएलपी का बेहतर प्रदर्शन रहा था यहां से कांग्रेस हरीश चौधरी को 57703 वोट मिले एवं आरएलपी के उम्मेदाराम को 43900 वोट मिले थे।
बायतु विधायक हरीश चौधरी इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी हमलावर है , उन्होंने ओबीसी आरक्षण के मामले के बहाने भी अशोक गहलोत को कई बार घेरा था ।
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आखिर हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ मोर्चा क्यों खोला ? यह सवाल तो फिलहाल कई संभावनाओं से घिरा हुआ है हो सकत हैं कि हरीश चौधरी ने आरएलपी को अशोक गहलोत की पार्टी बताने का प्रयास करके ये बताने का प्रयास किया है कि उनके और बेनीवाल के बीच के विवाद में या तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किसी मामले में हरीश चौधरी को सहायता नहीं की गई या फिर मुख्यमंत्री गहलोत ने इसी मामले पर हनुमान बेनीवाल का समर्थन किया है।