राजस्थान में वोट प्रतिशत गिरा, चौंकाने वाले परिणाम आएंगे
राजस्थान में 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 6 प्रतिशत वोटिंग कम हुई है, 2019 के लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर 63 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर 57.87% ही मतदान हुआ है, एक्सपर्ट मान रहे हैं कि वोट प्रतिशत कम होने के बाद अब कम अंतर वाली लोकसभा सीट टक्कर में है, इन सीटों पर गंगानगर, दौसा, करौली धौलपुर जैसी सीटें शामिल हैं।
सीकर में कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी अमराराम कामरेड के क्षेत्रों में जमकर वोटिंग हुई, अमराराम के दातारामगढ़ एवं धोद में ज्यादा वोटिंग हुई।
नागौर लोकसभा सीट पर भी 5% मतदान कम हुआ है, ऐसे में इंडी गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल को संभावना है, यहां से भाजपा की ज्योति मिर्धा पिछली बार कांग्रेस से चुनाव लड़ी थी और भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल चुनाव जीते थे।
चूरू की बात की जाए तो यहां सादुलशहर व तारानगर में वोटिंग ज्यादा हुई। तारानगर में ज्यादा वोटिंग होने के बाद समीकरण में बड़ा बदलाव होगा, यहां राहुल कस्वां ने मुकाबला देवेंद्र झाझरिया व राजेंद्र राठौड़ से बना दिया हैं।
राहुल कस्वां का कहना है कि यहां से राजेंद्र राठौड़ के इशारे पर ही भाजपा चुनाव लड़ रही है।
वोटिंग प्रतिशत घटने का कारण शादियां, मौसम व गेहूं कटाई की सीजन भी रहा, इसके अलावा प्रत्याशियों की जातियों में वोटिंग को लेकर उत्साह था, लेकिन अन्य जातियों ने वोटिंग में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।
देश भर की बात की जाए तो पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 77% मतदान हुआ एवं बिहार में सबसे कम 46% ही मतदान हुआ, पिछली बार भी बिहार में वोटिंग परसेंटेज सबसे कम रहा था।
देश की 102 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान हुआ, इन सीटों पर 62 फीसदी वोटिंग हुई, लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर69.96% वोट पड़े।
अब 26 अप्रैल को 89 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा, इसमें केरल, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़ की सीटें शामिल हैं।