जैसलमेर के प्रसिद्ध मंदिर कौनसे हैं Jaisalmer Ke prashidh Mandir
राजस्थान के पाकिस्तान सीमा पर डटे हुए सीमा रक्षक जैसलमेर के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में आज हम जानेंगे।
तनोट माता का मंदिर
जैसलमेर में तनोट माता का मंदिर प्रसिद्ध है, तनोट माता का मंदिर तनोट गांव में स्थित है। 1965 में भारत पाकिस्तान युद्ध में तनोट माता ने चमत्कार दिखाए थे।
तनोट माता को सैनिकों की देवी, रुमाल वाली देवी, बीएसएफ के जवानों की देवी व थार की वैष्णो देवी कहा जाता है।
पार्श्वनाथ मदिर (लोद्रवा)
लोद्रवा में पार्श्वनाथ की सहस्त्रफणी मूर्ति स्थापित की गई हैं, इस मूर्ति को 1263 ईस्वी में आचार्य श्रीजिनपति सूरी ने स्थापित किया था।
चूंधी गणेश तीर्थ मंदिर
माना जाता है कि इस मंदिर में घर बनाने की मन्नत पूरी होती है, इस मंदिर के पास दो कुएं हैं जिन में गंगा का पानी आता है एवं गणेशजी की मूर्ति जमीन से प्रकट हुई मानी जाती हैं।
सूर्य मंदिर (जैसलमेर)
इस मंदिर का निर्माण महारावल वेरीसिंह ने अपनी पत्नी सूर्य कंवर के नाम से करवाया हैं।
लक्ष्मीनाथ जी मंदिर
यह मंदिर जैसलमेर दुर्ग में स्थित हैं, इस मंदिर में भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की युग्म प्रतिमा स्थापित है।
बताया जाता है कि यह मूर्ति 1437 ई में मेड़तासे लाई गई थी।
इसके अलावा जैसलमेर दुर्ग में रत्नेश्वर महादेव मंदिर स्थित हैं, इस मंदिर का निर्माण महारावल वेरी सिंह ने अपनी पत्नी रत्ना के नाम पर करवाया था।