43 बार फेल होने के बाद भी हारे नहीं जसू, अब मिली सरकारी नौकरी
कहते हैं कि अगर हौसले बुलंद हो तो सफलता जरूर मिलती है, ऐसे ही वाकया हुआ बालोतरा के पाटोदी क्षेत्र के ग्राम पंचायत खनोड़ा में रहने वाले जसूराम भील के साथ।
जसूराम ने सरकारी नौकरी की तैयारी की तो 43 बार असफल होने के बाद 44 वें प्रयास में बीएसएफ में चयनित हो गए।
सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित पिता बालाराम की बीमारी और पत्थर की खान में काम करते समय नीचे गिरने से बड़े भाई की मौत बाद परिवार की आर्थिक हालत खराब होने से जसूराम भील की सगाई भी टूट गई। परिवार की स्थिति और कठिनाइयों के बादल मंडराने के बाद भी हिम्मत नहीं हारते हुए लगातार मेहनत करते रहे जसूराम का आखिर चयन हो गया है।
अब एसएससी जीडी की भर्ती में जसूराम भील को 44 वें प्रयास में सफलता मिली हैं।