जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के छात्र संघ चुनाव में अब एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है , निर्दलीय ताल ठोक रहे मोती सिंह जोधा ने अपना नामांकन वापस ले लिया । भाई मोती सिंह के नामांकन वापस लेने के बाद छात्र संघ चुनाव के नतीजों पर इसका असर देखने को मिल सकता है।
बता दें कि जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कल फलसुंड निवासी मोती सिंह जोधा ने अपना नामांकन दाखिल किया था, वहीं अरविंद सिंह भाटी के समर्थक व पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी एवं राजपूत समाज के तमाम वरिष्ठ लोगों ने मोती सिंह को मनाने की कोशिश की । जानकारी के अनुसार मोती सिंह को मनाने के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले दो बार प्रयास किए जा चुके थे लेकिन मोती सिंह किसी भी शर्त पर इस बार चुनाव मैदान से बाहर नहीं होना चाहते थे।
लेकिन 23 अगस्त को मोतीसिंह जोधा को नामांकन वापस लेने एवं अरविंद सिंह भाटी के समर्थन के लिए प्रयास किया गया। एवं समाज के वरिष्ठ लोगों एवं छात्रों के कहने से मोती सिंह ने अपना समर्थन एसएफआई के प्रत्याशी अरविंद सिंह भाटी को कर दिया एवं अपना नामांकन वापस ले लिया। पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी लगातार अरविंद सिंह के समर्थन में पूरी ताकत झौंके हुए हैं।
जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एबीवीपी द्वारा राजवीर सिंह बांता को अध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशी घोषित किया गया है एवं एनएसयूआई ने हरेंद्र चौधरी को अपने प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतारा है। एनएसयूआई एवं एबीवीपी द्वारा घोषित किए गए दोनों प्रत्याशी जाट जाति से आते हैं ।
इस बार जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में कौन बाजी मारता है ? यह तो 27 अगस्त को ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन इस बार चुनाव परिणाम बहुत ही रोचक होने की संभावना है।