राजस्थान की विधानसभा में भूत , कांग्रेस नेता ने कहा विधानसभा में रहती हैं आत्मा

News Bureau
3 Min Read

राजस्थान की विधानसभा में भूत , कांग्रेस नेता बोले अनुष्ठान करवाया जाए

राजस्थान की विधानसभा सन् 2000 में पुरानी बिल्डिंग से नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दी गई , लेकिन पिछले 22 सालों से राजस्थान की विधानसभा के लिए अनूठा संयोग बन गया , 200 विधानसभा सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में कभी भी 200 विधायक एक साथ विधानसभा में नहीं बैठ पाए , पिछले 22 सालों में चाहे भाजपा का कार्यकाल रहे या कांग्रेस का लेकिन राजस्थान की विधानसभा  सभी विधायक एक साथ कभी भी नहीं पहुंच पाए।

सन 2000 में शिफ्ट करने के बाद एक विधायक का निधन हो गया, इसके बाद 2003 से 2008 के कार्यकाल में 2 विधायकों का निधन हुआ , 2008 से 2013 तक किसी भी विधायक का निधन नहीं हुआ लेकिन चार विधायक मर्डर , रेप आदि मामलों में जेल गए । 2013 से 2018 के कार्यकाल में 2 विधायकों का निधन हुआ है , 1 विधायक जेल गए 2018 से 2023 के विधानसभा कार्यकाल में 6 विधायकों का निधन हो चुका है।

2018 में मुख्य सचेतक कालू लाल गुर्जर ने विधानसभा में पाठ पूजा करवाने की मांग की थी , हालांकि इसके बाद तांत्रिक को भी विधानसभा में बुलवाया गया था।

लेकिन अब कांग्रेस के नेता एवं पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान ने एक बार फिर इस मामले को उठाया है , हबीबुर्रहमान ने कहा कि एक बार उन्होंने जब इस मामले को विधानसभा में उठाया तो उनका मजाक उड़ाया गया था , लेकिन किसी ना किसी की तो बद्दुआ है जिसके कारण राजस्थान विधानसभा में सभी विधायक एक साथ नहीं बैठ पाते हैं।

हबीबुर्रहमान ने कहा कि जब नई बिल्डिंग के लिए , डेलिगेशन ने दौरा किया तो उस समय मैं भी शामिल था , एवं जहां पर वर्तमान में विधानसभा की बिल्डिंग हैं वहां पर एक तरफ नगर निगम कचरा डालने का काम करता था , वही एक तरफ शमशान घाट एवं एक तरफ बच्चों का कब्रिस्तान था।

वहीं विधानसभा के एक बड़े हिस्से में लोग खेती करते थे , और इन किसानों से जब जमीनें ली गई तो मुआवजे का कहा गया होगा।

यह भी पढ़ें नवंबर से मिलेंगे फ्री मिलेंगे स्मार्टफोन , पंचायत स्तर पर लगेंगे कैंप

हबीबुर्रहमान ने कहा कि उस समय उनके पास कुछ बुजुर्ग किसान आए थे , जिन्होंने कहा था कि उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।

हबीबुर्रहमान पूर्व बीजेपी नेता है एवं 2018 में बीजेपी से टिकट कटने के बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी एवं दो हज़ार अट्ठारह में नागौर से विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन चुनाव हार गए

 

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *