जैसे जैसे जिला परिषद सदस्यों की बाड़ी बन्दी टूटने लगी वैसे वैसे नई बातें सामने आने लगी।
जोधपुर जिला प्रमुख चुनाव में नई बातों का खुलासा हुआ है।
भास्कर के अनुसार वर्तमान जिला प्रमुख लीला मदेरणा की पुत्री दिव्या मदेरणा जो वर्तमान में ओसिया से विधायक हैं ने धमकी दी कि अगर उसकी माता को जिला प्रमुख नहीं बनाया जाता है तो वह सचिन पायलट के खेमें में शामिल हो जाएगी।
इसी के बाद कांग्रेस पार्टी ने मदेरणा की माता लीला मदेरणा को जिला प्रमुख बनाने की बात पर सहमति दे दी।
यह बात जब बाड़े बंदी में मौजूद जिला परिषद सदस्यों को बताई गई तो सभी सदस्यों ने हां कर दिया लेकिन मुन्नी गोदारा के पिता बद्रीराम जाखड़ ने असहमति जताई इसके बाद वहां पर तनातनी का माहौल हो गया एवं और बद्री राम को बोला गया कि अगर वह हमारे पक्ष में नहीं रहते है तो वह अकेले ही रह जाएंगे।
इसके बाद बद्रीराम जाखड़ की तबीयत बिगड़ गई है उन्हें अस्पताल लाया गया । हालांकि वोटिंग के समय मुन्नी गोदारा ने लीला को साथ में रखकर वोटिंग की थी। ताकि क्रॉस वोटिंग होने पर भी मुन्नी गोदारा पर कोई आरोप ना लगे। एवं बद्रीराम जाखड़ के परिवार से दो लोगों को प्रधान बनाया गया ।
जिला परिषद चुनावों मैं एक रोचक बात का खुलासा होता दिखाई दे रहा है, दरअसल जोधपुर में भाजपा बहुमत से 3 सीटें पीछे थी तो भाजपा ने कांग्रेस के तीन जिला परिषद सदस्यों को अपने साथ मिला दिया लेकिन उधर कांग्रेस ने भी भाजपा की 3 सदस्यों को अपने खेमे में शामिल कर दिया।
इस कारण जिस पार्टी के जितने जिला परिषद सदस्य थे उसने मत आए।
यानी कि दोनों तरफ क्रॉस वोटिंग हुई लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि दोनों तरफ बराबर क्रॉस वोटिंग हुई।
अगर भाजपा की तरफ से क्रॉस वोटिंग नहीं होती और कांग्रेस के 3 सदस्य भाजपा की तरफ अपना मत दे देते तो निश्चित ही जयपुर की तरह जोधपुर में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ता।
बताया जा रहा है की भाजपा के पूर्व जिला प्रमुख अमिता चौधरी का वोट लीला मदेरणा के समर्थन में कांग्रेस को पड़ सकता है क्योंकि जब अमिता ने जिला प्रमुख के लिए चुनाव लड़ा तब लीला मदेरणा ने भी क्रॉस वोटिंग की थी संभावना है कि अमित चौधरी ने यह एहसान उतारा है । इसके अलावा कमला भंवरिया व महेश दोनों ने क्रॉस वोटिंग की ऐसी संभावना जताई जा रही है।
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