लोकदेवता तेजाजी के अवतरण दिवस पर जानिए, तेजाजी के बारे में अनजाने तथ्य
Veer Tejaji ke bare mein jankari, Tejaji Maharaj ki katha , Tejaji Maharaj ke bare me वीर तेजाजी महाराज की कथा तेजाजी के बारे में जानकारी
भगवान शिव के 11वें अवतार के रूप में पूछे जाने वाले राजस्थान के नागौर जिले के खरनाल में जन्में वीर तेजाजी का जन्म 29 जनवरी 1074 ईस्वी ( विक्रम संवत 1031 मार्च सुदी शुक्ल पक्ष चतुर्दशी) हुआ।
- लोक देवता तेजाजी की शादी हुई, तब तेजाजी की उम्र मात्र 9 महीने थी एवं तेजाजी की पत्नी पेमल की उम्र 6 महीने थी।
- तेजाजी के पिता व चाचा का तेजाजी के मामी ससुर के साथ विवाद हो गया एवं इसके बाद तेजाजी की मामी ससुर खाजा काला की हत्या कर दी।
- तेजाजी का मुख्य मंदिर नागौर जिले के खरनाल में है, जो कि वर्तमान में निर्माणाधीन है।
- बताया जाता है कि अजमेर जिले की प्रत्येक गांव में तेजाजी महाराज का मंदिर हैं।
- तेजाजी सर्प दंश की वजह से निर्वाण प्राप्त हुए।
- तेजाजी की मुख्य रूप से राजस्थान मध्य प्रदेश गुजरात उत्तर प्रदेश और हरियाणा इत्यादि राज्यों में पूजा होती है।
- सहरिया जनजाति के तेजाजी आराध्य देवता है एवं इस जाति के लोग तेजाजी पर अत्यंत विश्वास रखते हैं।
- तेजाजी को वचन बद्धता के लिए आज भी हर घर परिवार में पूजा जाता है और किसान हल जोतते समय तेजा गायन का वाचन करते हैं एवं तेजाजी की पूजा करते हैं।
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