सचिन पायलट मुख्यमंत्री कब बनेंगे
2018 के चुनाव में राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट व अशोक गहलोत की अदावत किसी से छुपी हुई नहीं है। आज हम बात करने वाले हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री कब बन सकते हैं? राजस्थान में सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने की कितनी संभावना है?
18 दिसंबर 2018 की शाम दिल्ली से एक जानकारी प्राप्त होती है कि राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे , यह सुनकर सचिन पायलट के समर्थक रोड पर उतर जाते हैं और कांग्रेस आलाकमान के इस निर्णय का विरोध करते हैं लेकिन सचिन पायलट इस निर्णय से सहमत होने के कारण कार्यकर्ता भी मान जाते हैं। दरअसल दिल्ली आलाकमान ने सचिन पायलट व अशोक गहलोत दोनों के बीच क्या शर्त रखी यह तो पता नहीं ? , लेकिन इस निर्णय से दोनों सहमत थे ।
समय बीत गया , 2020 के शुरुआत से ही पायलट ने गुटबाजी शुरू कर दी , इसका मुख्य कारण था सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे , लेकिन अशोक गहलोत सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते थे गहलोत खुद मुख्यमंत्री पद पर रहना चाहते थे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी सूझबूझ एवं राजनीति में उम्रदराज होने की वजह से स्थिति भांप गए थे , और गहलोत ने बसपा विधायक अपने साथ मिला लिए । इसी वजह से गहलोत सरकार के पास बहुमत रहा और आलाकमान ने सचिन पायलट को वापिस मनाना शुरू किया।
लेकिन इसके बाद अगर अशोक गहलोत की पिछली सभी गतिविधियों को देखा जाए तो अशोक गहलोत हाल फिलहाल सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजी नहीं है और जब तक अशोक गहलोत सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए राजी नहीं होते तब तक सचिन पायलट का राजस्थान में मुख्यमंत्री बनना काफी मुश्किल है । क्योंकि अशोक गहलोत की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से काफी नजदीकी है , गहलोत आज भी सचिन पायलट के समर्थक विधायकों को निशाने पर लेने से जरा भी नहीं चुकते। भले ही राजस्थान सरकार में गहलोत समर्थक तीन मंत्री बनाए गए हो लेकिन अशोक गहलोत इन पर भी अपने पेनी नजर रखते हैं।
लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में सचिन पायलट की सबसे बड़ी गलती यह रही कि अपने समर्थक विधायकों पर सचिन पायलट का ध्यान नहीं रहा और अशोक गहलोत पायलट समर्थक विधायकों से अपनी नज़दीकियां बढ़ाते रहे , जिसकी वजह से सचिन पायलट के समर्थक विधायको ने भी सचिन पायलट का साथ देने से इंकार कर दिया।
अब देखना है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 में कॉन्ग्रेस अपना बहुमत लाती है या नहीं, अगर कांग्रेस अपना बहुमत आती है और राजनीति में अशोक गहलोत इसी तरह सक्रिय रहते हैं तो सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने का सपना फिर सपना ही रह सकता हैं। अशोक गहलोत अभी तक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए हामी नहीं भर रहे हैं।