सचिन पायलट का जाट राजनीति में सेंध , पायलट व गहलोत गुट के लिए महत्वपूर्ण है जाट
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुट द्वारा राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री की मांग को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है वहीं पायलट गुट ने जाट नेताओं को अपने साथ मिलाने की कोशिश शुरू कर दी , पायलट ने शनिवार को बाड़मेर में जाट नेताओं के साथ राजस्थान के मंत्री हेमाराम के बेटे वीरेंद्र के नाम पर वीरेंद्र धाम हॉस्टल का लोकार्पण किया।
साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी चुनावी दल चुनावी मोड में एक्टिव हो गए हैं, वहीं गहलोत सरकार के चार मंत्री एवं 12 विधायकों द्वारा एक साथ मंच साझा करने के बाद जाट वोट बैंक को लेकर बड़ा संकेत दिया हैं।
बाड़मेर के आदर्श नगर स्टेडियम में सचिन पायलट के कार्यक्रम में हेमाराम चौधरी , हरीश चौधरी , भाजपा के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी एवं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी सहित कई नेताओं के एक साथ आने से सियासी गलियारों में हलचल हैं।
जहां एक तरफ गहलोत गुट द्वारा सचिन पायलट को मात देने के लिए रणनीतिक तौर पर जाट मुख्यमंत्री की मांग को बल दिया जा रहा है वहीं सचिन पायलट द्वारा जाट नेताओं को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं बाड़मेर में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन करके पायलट का जोरदार स्वागत करना एवं कई बड़े नेताओं का एक साथ आना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज चल रहे बायतु विधायक हरीश चौधरी भी सचिन पायलट के साथ नजर आए , वहीं सचिन पायलट ने भी जनता को अपने भाषण में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आश्वासन दिया।