राजस्थान में चुनाव से पहले बनेंगे 8 और नए जिले, दो नए संभाग
राजस्थान में गहलोत सरकार ने 33 से बढ़ाकर 50 जिलों की घोषणा कर दी है, लेकिन राम लुभाया कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने के साथ पिछले डेढ महीने से 6 नए जिलों के गठन का मंथन चल रहा है।
राम लुभाया कमेटी के पास 32 शहरों को जिला बनाने का प्रस्ताव आ चुका है जिसका पिछले डेढ़ महीने से परीक्षण किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक राजस्थान में आठ से 10 नए जिले बनाए जा सकते हैं एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा चुनाव से पहले कर सकते हैं।
रिटायर्ड आईएएस एवं कमेटी के अध्यक्ष राम लुभाया ने कहा कि 8 से 10 क्षेत्रों के प्रस्ताव जिला बनाने के लगभग सभी मापदंड भी पूरा करते हैं जल्द ही रिपोर्ट सौंपेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सुजानगढ़, सूरतगढ़, भिवाड़ी, भीनमाल, लाडनूं, मालपुरा, सांभर, फुलेरा एवं देवली जैसे क्षेत्रों को नए जिले बना सकते हैं।
सुजानगढ़ के जिला बनने की संभावना इसलिए है क्योंकि यहां से दिवंगत नेता मास्टर भंवरलाल ने 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने पर इसे जिला बनाने का वादा किया था , वही सूरतगढ़ को जिला बनाने का मुख्यमंत्री खुद आश्वासन दे चुके हैं।
टोंक के मालपुरा को जिला बनाने की लंबे समय से मांग है लेकिन अब तक जिला नहीं बनाए जाने की वजह से इस बार जिला बनाया जा सकता है। वहीं देवली के लोग खुद को केकड़ी या शाहपुरा में शामिल होने का विरोध कर रहे हैं इसलिए अब देवली को भी नया जिला बनाने पर विचार किया जा रहा है।
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राजस्थान की सबसे ज्यादा विकसित 10 उपखंड मुख्यालयों में शामिल सांभर फुलेरा जयपुर जिला मुख्यालय से अलग होकर अब जयपुर ग्रामीण जिले में चले गए । एवं इसके बाद गुड्डू के निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने इन्हें दूदू में लेने के लिए घोषणा की लेकिन पिछले 4 महीनों से यहां के लोग पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं। ऐसे में अब कमेटी ने नया जिला बनाने की सिफारिश कर सकती है।
वही भीलवाड़ा व अलवर को नया संभाग भी बनाया जा सकता है ।