35 साल विधायक रहने के बाद इस दिग्गज नेता ने हार के बाद चुनाव लड़ने से मना किया
सात बार लगातार विधानसभा चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉक्टर गोविंद सिंह ने इस विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अब विधायक का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया।
मध्य प्रदेश के भिंड जिले के लहार विधानसभा चुनाव से लगातार चुनाव जीतते रहे डॉक्टर गोविंद सिंह इस बार के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अबंरिश शर्मा के सामने बुरी तरीके से चुनाव हार गए।
विधायक ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं को आमंत्रित करने के बाद कार्यक्रम में ऐलान कर दिया कि अब वह कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
गोविंद सिंह ने कहा कि उनकी कोई गलती हुई है इस वजह से लहार की जनता ने उन्हें यह सजा दी है उन्होंने हार को एक सजा के रूप में स्वीकार करते हुए कहा कि वो तीन बार मंत्री रहे, एक बार नेता प्रतिपक्ष रहे लेकिन अब हार के बाद भी कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
गोविंद सिंह ने कहा कि उनके कुछ समर्थक कह रहे हैं कि लोकसभा चुनाव लड़ लें, उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वह लोकसभा चुनाव लड़ सके और उनके पास इतना सामर्थ्य भी नहीं है।
गोविंद सिंह ने ईवीएम पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि ईवीएम की वजह से बीजेपी लगातार चुनाव जीत रही है। अमित शाह ने पहले ही दो तिहाई बहुमत का ऐलान कर दिया और परिणाम भी ऐसे ही निकाल कर आए।
गोविंद सिंह के बेटे अमित सिंह और डॉक्टर गोविंद सिंह के भतीजे अनिरुद्ध सिंह लगातार लहार विधानसभा मैं सक्रिय है एवं वे अब बेटे एवं भतीजे में से किसी एक को चुनने के लिए मुसीबत में हैं इसलिए उन्होंने यह फैसला आप समर्थकों पर छोड़ दिया है।