हरियाणा में गलती के बाद राजस्थान के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस सतर्क, RLP से हो सकता है गठबंधन
विभिन्न मीडिया चैनल के एग्जिट पोल एवं कांग्रेस के दावे चुनाव परिणाम जारी होते-होते फेल नजर आए, हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीत लिया है।

हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद अब कांग्रेस पार्टी आगामी समय में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव एवं उत्तर प्रदेश की 10 राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में विशेष तौर पर सतर्कता बरतने की कोशिश करेगी।
हार पर विचार विमर्श
हरियाणा में हुई हार से कांग्रेस पार्टी असम्भित नजर आ रही हैं, कांग्रेस पार्टी का विधानसभा चुनाव मतगणना से पहले का ओवर कॉन्फिडेंस कहीं ना कहीं कांग्रेस के लिए घातक साबित हुआ है।
कांग्रेस पार्टी ने छोटे दलों को साथ लेकर विधानसभा चुनाव लड़ना उचित नहीं समझा यह भी कांग्रेस के लिए नुकसानदायक कदम साबित हुआ।
कांग्रेस पार्टी की हार की मुख्य वजह जाट-नॉन जाट समीकरण भी रहा।
राजस्थान के उपचुनाव में खींवसर व चौरासी पर हो सकता है गठबंधन
राजस्थान के विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों दौरान कांग्रेस पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हुई हार भुनाने का प्रयास करने के लिए खींवसर विधानसभा पर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी एवं चौरासी विधानसभा सीट पर भारत आदिवासी पार्टी के साथ गठबंधन कर सकती है।
कांग्रेस पार्टी इन विधानसभा सीटों पर कमजोर स्थिति में है और ऐसे में भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस इन सीटों पर छोटे दलों से गठबंधन करके बेहतर करने की कोशिश कर सकती हैं।
हालांकि इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने उपचुनाव में गठबंधन होने की बात को नकार दिया था, लेकिन अब हरियाणा के विधानसभा चुनाव परिणाम को देखते हुए कांग्रेस फैसला बदल सकती हैं। हालांकि इन विधानसभा सीटों को हारने या जीतने से कांग्रेस या भाजपा पर सरकार बनाने गिराने जैसा कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।