कल आपके घर में हो सकती हैं बिजली गुल…

News Bureau

Really Bharat देशभर के विद्युत कर्मचारी करेंगे हड़ताल

देश भर कई इलाकों में बिजली सप्लाई बंद रह सकती है।दरअसल खबर मिली है कि इस बारे में बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEE) की ऑनलाइन बैठक में बुधवार को यह फैसला किया गया।

आखिर यह फैसला क्यों लिया है यह हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले हम आपको बता दें कि बिजली सप्लाई कब बंद रह सकती हैं, देश के लगभग 15 लाख बिजली कर्मचारी व अभियंता 10 अगस्त यानी कि मंगलवार को हड़ताल करेंगे इसके तहत संभावना के अनुसार कई इलाकों में बिजली बंद भी रह सकती है, हालांकि बिजली बंद रखने की बात बैठक में नहीं की गई।

आखिर 15 लाख बिजली कर्मचारी हड़ताल क्यों करेंगे ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुछ समय पहले कृषि सशोधन बिल लाया गया एवं इससे पहले जम्मू कश्मीर में लागू धारा 370 से संबंधित भी संशोधन किया गया, एवं यह दोनों संशोधित देश में काफी समय तक चर्चित रहे।

इसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानसून सत्र में बिजली के क्षेत्र में सुधार की जरूरत को देखते हुए और ऊर्जा संशोधित विधेयक 2021 लागू करने जा रहे हैं।

एवं इसी के विरोध में विद्युत विभाग के कर्मचारियों अभियंता हड़ताल पर जाने की धमकी दे चुके हैं।

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मानसून सत्र में जो नया संशोधित विधेयक पारित करने जा रहे हैं उसे जल्दबाजी में पारित ना करें एवं सलाहकारों से सलाह लेकर इसे पारित करें। एवं इसी के साथ बताया कि अगर यह बिल पारित किया गया तो देशभर में विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। एवं बताया कि एक्ट 2003 में लागू लाइसेंसों को रद्द करके बड़ी संख्या में विद्युत विभाग का निजीकरण किया गया।

क्या है संशोधित बिल?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जो नए संशोधित विधेयक जारी करने की बात कही जा रही है उस विधेयक को लागू करने के बाद जिस प्रकार कोई व्यक्ति टेलीकॉम ऑपरेटर के कंपनी की सुविधाओं या टैरिफ यानी कि रिचार्ज महंगे होने पर दूसरी टेलीकॉम कंपनी में अपनी सिम को चेंजेज करवा देता है उसी प्रकार आप कोई भी परिवार बिजली की भी कंपनियां चेंज कर यानी कि बदल  सकता है।

अर्थात अब तक देश में बिजली की अलग-अलग कंपनियां नहीं होती थी एवं एक क्षेत्र में एक ही विद्युत विभाग बिजली की आपूर्ति पूरा करता था, लेकिन आप टेलीकॉम कंपनियों की तरह अलग-अलग बिजली विभाग की भी कंपनियां होगी जिसमें से उपभोक्ता अपने मनपसंद कंपनियों को चुन सकते हैं।

 

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News Reporter Team
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