Bishnoi is a community in which 29 rules are followed. This community was founded by Jambhoji.
विश्नोई संप्रदाय का पशुओं से प्रेम, हिरण के कारण लॉरेंस गैंग सलमान को मारने की फिराक में

साल 1998 में अभिनेता सलमान खान मुंबई से जोधपुर पहुंचते हैं यहां सलमान फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ शूटिंग के लिए आते हैं, यहीं जोधपुर में सलमान खान ने तीन काले हिरण और दो चिंकारा का शिकार किया था।
उनके साथ सैफ अली खान, अभिनेत्री नीलम, सोनाली और तब्बू पर सलमान को शिकार के लिए उकसाने आरोप लगा।
इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई ने हिरण का शिकार करने के कारण अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी।
इसी साल लॉरेंस गैंग के गुर्गों ने सलमान के बांद्रा स्थित फार्म हाउस पर फायरिंग भी की थी।
लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान को कई बार मारने की धमकी दी, यहां तक कि विश्नोई ने जेल में बैठकर धमकी दे डाली।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आने के बाद सलमान खान की सुरक्षा और बढ़ा दी गई हैं।
कौन होते हैं विश्नोई सम्प्रदाय के लोग
उत्तरी भारत में पाया जाने वाला यह एक समुदाय है, इस समुदाय का प्रमुख तीर्थ स्थान बीकानेर का नोखा मुक्तिधाम मुकाम है।
विक्रम संवत 1542 के कार्तिक महीने में जांभोजी नामक संत ने अपने अनुयायियों के लिए 29 नियमों नियमों की एक श्रृंखला तैयार की, इन 29 नियमों को मानने वाले अनुयायियों/ लोगों को बिश्नोई कहा जाता हैं, इस समय इस समुदाय से दीक्षित होने वाले अधिकांश व्यक्ति जाट थे।
बिश्नोई शब्द का शाब्दिक अर्थ 20+9 ( बीस+ नौ ) यानी की 29 नियमों को मानने वाला बिश्नोई कहलाता हैं।
बिश्नोई संप्रदाय पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य जीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं।
हरे वृक्ष बचाने के लिए 363 लोगों ने बलिदान दिया
सन् 1730 में मारवाड़ महाराजा अभय सिंह के फूल महल बनाए जाने हेतु खेजड़ी के हरे वृक्ष काटने के आदेश पर दीवान गिरधर दास भंडारी सैनिकों के साथ जोधपुर के निकट खेजड़ली ग्राम पहुंचे, यहां बिश्नोई समाज के लोगों ने वृक्ष काटने से रोकने का प्रयास किया लेकिन सैनिक नहीं माने तो बिश्नोई संप्रदाय के लोग पेड़ों से लटक गए और इस दौरान 363 लोगों की जान चली गई।
क्या है बिश्नोई समाज के प्रमुख नियम
- पानी, दूध व ईंधन को छानकर प्रयोग में लेना।
- झूठ नहीं बोलना।
- जीव दया करना।
- हरे वृक्ष नहीं काटना।
- रसोई अपने हाथ से बनानी।
- अमल नहीं खाना (नशे की प्रवृत्ति से दूर रहना)
- तंबाकू नहीं खाना।
- भांग नहीं पीना।
- नीले वस्त्रों का त्याग करना।
- अमावस्या का व्रत रखना।
- चोरी नहीं करना।
- संध्या समय आरती एवं हरिगुण गाना।
- 30 दिन सूतक रखना।
- पांच दिन ऋतुवन्ती स्त्री को गृहकार्य से पृथक रहना…… इत्यादि।