देश में कांग्रेस सड़कों पर दिखेगी एक्टिव, सेबी प्रमुख के खिलाफ प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस पार्टी भले ही सत्ता में ना आई हो लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस से ज्यादा उत्साहित दिख रही है, इसी का परिणाम है कि कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी लगातार सड़कों पर एक्टिव हैं, जनता से सीधे जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
अब कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकार अगले तीन महीनों का एजेंडा तैयार कर रहे हैं, इसके बाद 22 अगस्त से कांग्रेस हिंडनबर्ग रिसर्च के आधार पर जेपीसी गठन एवं सेबी प्रमुख माधवी पुरी के इस्तीफा की मांग को लेकर देशभर में प्रदर्शन करेगी।
धार्मिक स्थलों को लेकर भी उठाएगी मांग
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस पार्टी इस कदर सफल मान रही है कि अब कांग्रेस पूरे साल भर अलग-अलग मांगों को लेकर सड़कों पर आंदोलन करते नजर आएगी, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों एवं उनके पूजा स्थलों पर हमले को रोकने के लिए भी केंद्र सरकार से मांग करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में तय किया गया कि कांग्रेस को संसद में मजबूती से आवाज उठाने के साथ-साथ सड़कों पर भी एक्टिव नजर आना जरूरी है।
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संगठन में होगा फेरबदल
आगामी दिनों में देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे, इन चुनावों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कुछ युवाओं को नई जिम्मेदारियां सौंपेंगे एवं महिला, एससी, एसटी एवं ओबीसी वर्ग की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर व झारखंड में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी जातिगत समीकरणों पर अभी से विचार-विमर्श करके तैयारियां शुरू कर चुकी हैं।
कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर अभी से राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतियों में जुट गई हैं।