प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होगा महाकुंभ, 75 देशों से लोग आएंगे
उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ शुरू होगा व गंगा, जमुना व सरस्वती नदी के संगम पर आयोजित होने वाले महाकुंभ को केवल 5 महीने बचे हैं।
75 दिन तक चलने वाले महाकुंभ में 75 देश से 25 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है।
यूनेस्को ने कुंभ मेले को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत घोषित किया हैं इसके बाद कुंभ मेले में और ज्यादा भीड़ होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
13 जनवरी से शुरू होने प्रयागराज महाकुंभ में करीब 2500 करोड रुपए से ज्यादा खर्च होंगे, इस बार महाकुंभ की थीम भव्य, दिव्य, नव्य महाकुंभ होगी।
इस बार ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरा के माध्यम सुरक्षा व व्यवस्था का ध्यान रखा जाएगा, सीसीटीवी कैमरा व व्यवस्था पर करीब चार सौ करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान हैं।
मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान के दिन 6 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद हैं, इसके लिए 10 हजार बसें व 2025 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएगी।
स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे 460 डॉक्टर एवं 746 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए जाएंगे।
सफाई के लिए 10000 सफाई कर्मचारी की जाएंगे, करीब डेढ़ लाख शौचालय बनाए जाएंगे।
हर 12 साल बाद आयोजित होता है कुंभ
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल बाद होता है, कुंभ मेले की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है।
कुंभ का आयोजन हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में होता हैं।
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कुंभ मेले की शुरुआत के साथ ही 4000 से ज्यादा संस्थाओं एवं 13 से ज्यादा अखाड़ों के शिविर लगते हैं। शिविर लगाने के लिए मेला प्राधिकरण से पहले आवेदन करके अनुमति लेनी होती हैं। मेले से पहले सरकार सभी व्यवस्थाओं का जायजा लेकर प्रशासन अलर्ट रहेगा।