हिमाचल प्रदेश में बीजेपी उपाध्यक्ष पार्टी से सस्पेंड , निर्दलीय लड़ रहे थे चुनाव
हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के कई नेताओं को टिकट ना मिलने की वजह से नेता नाराज होकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार हो गए , भारतीय जनता पार्टी ने इन बागी नेताओं पर कार्रवाई करते हुए हिमाचल प्रदेश के बीजेपी प्रभारी सुरेश कश्यप ने राम सिंह जो कि हिमाचल प्रदेश से बीजेपी के उपाध्यक्ष थे , को पार्टी से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया । राम सिंह की प्राथमिक सदस्यता को भी निरस्त कर दिया गया।
हवाई भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी से बगावत करने वाले चार पूर्व विधायकों और एक अन्य नेता को पार्टी से निकाल दिया है।
भारतीय जनता पार्टी ने कन्नौज से पूर्व विधायक तेजवंत सिंह , फतेहपुर से बीजेपी नेता कृपाल परमार , इंदौरा से पूर्व विधायक मनोहर धीमान , नालागढ़ से पूर्व विधायक के एल ठाकुर , आनी से पूर्व विधायक किशोरीलाल को बीजेपी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
भारतीय जनता पार्टी से निकाले गए विधायकों का चुनाव में कितना कितना असर पड़ेगा, यह तो चुनाव नतीजे तय कर पाएंगे । लेकिन बीजेपी ने पार्टी से बगावत कर रहे नेताओं को काफी मनाने की कोशिश की थी लेकिन आखिरकार इन नेताओं द्वारा ना मानने पर बीजेपी ने पार्टी से सस्पेंड कर दिया।
राम सिंह को पार्टी से सस्पेंड करते हुए बीजेपी ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाया , राम सिंह कल्लू सदर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे थे एवं इसके बाद बीजेपी के अध्यक्ष सुरेश कश्यप को एक्शन लेना पड़ा।
यह भी पढ़ें नवंबर से मिलेंगे फ्री मिलेंगे स्मार्टफोन , पंचायत स्तर पर लगेंगे कैंप
कल्लू सदर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार नरोत्तम ठाकुर पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं , वहीं कॉन्ग्रेस प्रत्याशी के रूप में सुरेंद्र सिंह ठाकुर चुनाव मैदान में है एवं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर रामसिंह चुनाव मैदान में उतरे हैं। ऐसे में यहां मुकाबला त्रिकोणीय है एवं फिलहाल जीत किसी भी एक प्रत्याशी के पक्ष में मजबूती से दिखाई नहीं दे रही है।