भारत में बच्चा नहीं चाहने वाले वाले कपल 30 फीसदी बढ़े, कोविड के बाद तेजी
भारत के लोगों के दिमाग में भी अब पश्चिमी देशों की तरह ही चाइल्ड फ्री लाइफस्टाइल जीने का क्रेज बढ़ता जा रहा है, यानी कि अब पति-पत्नी चाहते हैं कि वह बिना बच्चों के रहे और भारत में कामकाजी दंपति की बात की जाए तो हर साल 30% की दर से यह संख्या बढ़ती जा रही है।
भारतीय लोगों के दिमाग में बच्चे पैदा न करने की पीछे कारण का पता लगते हैं तो लोगों का कहना है कि वह इतना नहीं कमाते हैं कि बच्चों के अच्छी परवरिश कर सके, इसके अलावा दंपति का कहना हैं कि कोरोना महामारी के बाद नौकरी में कमी आई है एवं कर्ज एवं महंगाई का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में बच्चों की जिम्मेदारी लेना समझदारी बड़ा कदम नहीं है।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में डिंक्स लाइफस्टाइल जीने वाले दंपति गांव में शहरों से करीब 2 गुना थे।
डिंक्स शब्द का अर्थ होता है कि दंपति दोहरी कमाई कर रही हैं एवं अपना परिवार नहीं बढ़ा रहे हैं वह घूमने में वक्त बिताते, लग्जरी पर खूब खर्च करते हैं।
यह भी पढ़ें राम मंदिर को सबसे ज्यादा दान किसने दिया, अब तक कितना दान मंदिर में मिला ?
लेकिन इस प्रकार के परिवार कुत्ते पलते हैं कुत्ते बच्चों की तरह उनके परिवार का हिस्सा होते हैं।