दुर्ग और किले में अन्तर | kila or Durgh Me Antar

दुर्ग और किले में अन्तर | kila or Durgh Me Antar आमतौर पर हम दुर्ग , किला एवं गढ़ को एक ही समझते हैं लेकिन…

दुर्ग और किले में अन्तर | kila or Durgh Me Antar

आमतौर पर हम दुर्ग , किला एवं गढ़ को एक ही समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है, जिस तरह से हम जल एवं पानी को एक समझते हैं लेकिन जल एवं पानी में अंतर होता है ?जल एवं पानी को एक समझते हैं लेकिन जल एवं पानी में अंतर होता है ? ( अगर आप भी जल एवं पानी में अंतर नहीं जानते हैं तो यहां क्लिक करे।)उसी तरह से दुर्ग एवं किला में भी अंतर होता है ? दुर्ग एवं किला के अतिरिक्त गढ़ भी होता है , इस आर्टिकल में हम तीनों की आपसी भिन्नताओं की चर्चा करेंगे।

दुर्ग और किले में अन्तर | kila or Dhurgh Me Antar

किला साधारण होता है जिसमें समुचित व्यवस्था नहीं होती है जबकि दुर्ग उच्च श्रेणी का होता है जिनमें समुचित व्यवस्थाएं होती है। लेकिन गढ़ में किले से बेहतर एवं दुर्ग जितनी सुविधाएं नहीं होती हैं, यानी कि इन दोनों के बीच की श्रेणी को गढ़ कहा जाता है।

किला बनाने का उद्देश्य अक्सर शस्त्रागार या फिर राजा की निवास के लिए बनाया जाता था, जबकि दुर्ग में शस्त्रागार राजा के निवास स्थान इसके अलावा कई अन्य सभी प्रकार की आवासों व रहने खाने की व्यवस्थाएं होती थी।

कई दुर्गो में वर्तमान समय में भी राज परिवार रहते हैं । राजस्थान में चित्तौड़गढ़ में एक ऐसा देश है जहां पर पहले दुर्ग के अंदर खेती होती थी। यानी कि कह सकते हैं दुर्गों का क्षेत्रफल भी बड़ा होता था , जबकि किलो का निर्माण एक घर मजबूत घर या घर से थोड़ा बड़ा स्थल होता था।

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