कहते हैं कि इंटरनेट पर हम कुछ भी अपलोड कर सकते हैं या कुछ भी पोस्ट कर सकते हैं । लेकिन अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं इंटरनेट पर आप कभी भी मनचाहे कंटेंट अपलोड या पोस्ट नहीं कर सकते।
भारत में पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और इंटरनेट पर कई सुरक्षा एजेंसियां एवं पुलिस नजर बनाए हुए , ऐसे में हमेशा पुलिस और खुफिया एजेंसियों से दूर रहने का प्रयास करें वरना आपको जेल होने से कोई नहीं रोक सकता।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों से दूर होने का मतलब यह नहीं कि आप उनके लोकेशन से दूर चले जाएं , बल्कि हमेशा इंटरनेट पर कोई भी ऐसी गतिविधि को अंजाम ना दें जिससे आप को जेल के चक्कर काटने पड़े।
ये चार काम कभी मत करना
आतंकवाद संबंधित गतिविधियां
इंटरनेट पर कभी भी ऐसी चीजें सर्च ना करें जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होती है , जैसे कि आतंकवादी कैसे बने या बंदूक कैसे बनाएं या फिर गोला बारूद कैसे बनाया जाता है ? , आतंकवादियों की सैलरी कितनी होती है ? अगर आप इस प्रकार के कंटेंट बार-बार गूगल पर सर्च करेंगे तो आपके आईपी ऐड्रेस से पुलिस आपके लोकेशन पर पहुंच जाएगी ।
भेदभाव को बढ़ावा देने वाली गतिविधियां
अगर आप बार-बार जाति , धर्म , क्षेत्र विशेष आदि से संबंधित भेदभाव के बारे में सर्च करेंगे तो ऐसे में आपको पुलिस सजा दे सकती है। क्योंकि भारत में सभी को समानता का अधिकार है और ऐसे में भेदभाव कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता। कई बार धर्म एवं जातियों के बीच भ्रामक खबर फैलाकर भेदभाव को बढ़ावा दिया जाता है तो ऐसे में भी पुलिस आपको अरेस्ट करेगी। इसलिए हमेशा संप्रदायों के बीच चल किसी भी विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट बाजी करने से बचना चाहिए
कंटेंट अपलोड करना
अगर आप किसी कंटेंट के निर्माता से संपर्क किए बगैर कंटेंट को अपने फायदे के लिए अपलोड कर देते हैं तो ऐसे में आप पर कॉपीराइट का नोटिस लगा दिया जाएगा और जुर्माना भरना पड़ेगा ।
अगर आप किसी मूवी का पाइरेटेड वर्जन लीक कर देते हैं , तो ऐसे में एक कानूनन अपराध कर रहे हैं और आपको 3 साल की जेल या 10 लाख का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
पीड़ित की तस्वीरें शेयर करना
कभी भी इंटरनेट पर किसी पीड़ित व्यक्ति या महिला की फोटो शेयर करना या फिर उसकी पहचान शेयर करना भी एक जुर्म है।
एवं हमेशा किसी पीड़ित शोषित व्यक्ति की नीति जानकारी को शेयर करने से बचना चाहिए।