Rajasthan 1857 Revolution Important Notes: 1857 की क्रांति में राजस्थान में कितनी छावनियां थी
1857 की क्रांति के समय राजस्थान में कितनी छावनियां थी , 1857 Ki Kranti ke samay Rajasthan mein kitni chavniya thi , राजस्थान में 1857 की क्रांति की महत्वपूर्ण जानकारी , 1857 me Rajasthan me Kranti ke notes
1857 की क्रांति के समय राजस्थान में 6 छावनियां थी , जिनमें से दो छावनियों में क्रांति नहीं हुई।
- नसीराबाद – राजस्थान में 1857 की क्रांति सबसे पहले नसीराबाद में शुरू हुई थी , यहां पर 15वी बंगाल पैदल सेना को नियुक्त किया गया था राजस्थान में नसीराबाद सबसे शक्तिशाली छावनी थी।
- नीमच – नीमच वर्तमान में मध्यप्रदेश में है यहां पर भारतीय ब्रिगेड के सैनिक थे एवं यह मेवाड़ के पोलिटिकल एजेंट के अधीन आती थी।
- देवली – यह वर्तमान में टोंक में है एवं यहां पर कोटा कैंटीनेंट के सैनिक नियुक्त किए गए थे।
- एरिनपुरा – एरिनपुरा वर्तमान में पाली में हैं यहां पर पूर्बीया सैनिक नियुक्त किए गए थे।
- खेरवाड़ा – यह वर्तमान में उदयपुर में स्थित है एवं यहां पर मेवाड़ भील कोर के सैनिक नियुक्त किए गए थे।
- ब्यावर– यह वर्तमान में अजमेर में है यहां पर मेर रेजीमेंट नियुक्त की गई थी।
अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति में राजस्थान की दो छावनियों ने भाग नहीं लिया था , जिनमें खेरवाड़ा एवं ब्यावर शामिल था।
10 मई 1857 की मेरठ में हुई क्रांति की सूचना एजीजी को आबू में 19 मई 1857 को मिली इसके बाद यह एजीजी लॉरेंस ने घोषणा की कि रियासती शासक 1818 की सहायता संधियों के तहत हमारे प्रति वफादार रहे।
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राजस्थान में सबसे पहले नसीराबाद में क्रांति हुई , नसीराबाद में 15वीं बगाल पैदल सेना नियुक्त की गई थी । नसीराबाद में 28 मई 1857 की क्रांति हुई एवं नसीराबाद में क्रांति करने के साथ ही न्यूबरी एवं स्पोटिश नामक दो अंग्रेज अधिकारियों को मार कर सैनिक सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।