रूस यूक्रेन विवाद क्या है ? ( Russian Ukraine War )
दुनिया भर में पिछले 1 महीने से दो देशों के बीच से युद्ध होने की संभावना लगातार तेज हो रही है यह दोनों देश रूस और यूक्रेन है।
लेकिन आखिर इन दोनों देशों के बीच लगातार युद्ध की स्थिति क्यों बन रही है ? आज बात करने वाले हैं और पूरी परिस्थितियों को समझने की कोशिश करेंगे।
रूस चाहता है कि उसका पड़ोसी देश यूक्रेन नाटो ( NATO )का हिस्सा ना बने , नाटो ( NATO ) के बारे में ज्यादातर लोगों को पता नहीं है लेकिन हम आपको बताते हैं कि उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के नाम से एक संगठन बनाया गया जिसे नाटो कहते हैं।
मुख्य बात यह है कि उस समय नाटो संगठन का मुख्य उद्देश्य रूस की शक्ति को कम करना था।
नाटो संगठन में अमेरिका , ब्रिटिश जैसे कई बड़े बड़े देश शामिल है , एवं ये संगठन आपस में एक दूसरे देश को सहयोग के लिए युद्ध होने की स्थिति में अपनी सेना भी भेज सकता है।
वही यूक्रेन भी नाटो का सदस्य बनना चाहता है क्योंकि यूक्रेन चाहता है कि उसका पड़ोसी देश रुस , जो कि उससे कई गुना बढ़ा है। इस कारण सुरक्षा के लिए उसे नाटो में शामिल होना जरूरी है।
लेकिन रूस चाहता है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल ना किया जाए, क्योंकि अगर नाटो में यूक्रेन को शामिल कर दिया जाता है तो रूस अपने पड़ोसी देशों पर आसानी से अपनी धाक नहीं जमा पाएगा ।
हिजाब क्या है ? Hijab ke bare me ……
हालांकि इससे पहले 2014 में भी रूस ने यूक्रेन के एक महत्वपूर्ण बंदरगाह को अपने कब्जे में कर दिया था , इस बंदरगाह का नाम क्रीमिया था। इसलिए यूक्रेन को डर सता रहा है कि कहीं रुस उस पर धीरे-धीरे अटैक करके पूरे यूक्रेन को ही समाप्त ना कर दे।
हालांकि यूक्रेन ने पिछले दिनों रूस से बात करने के लिए प्रस्ताव भेजा था लेकिन उसके बाद यूक्रेन के 2 सैनिकों का जर्जर हालत में शव मिलने की वजह से यूक्रेन ने रूस के साथ बात नहीं की।
बताया जा रहा है कि रूस की तरफ से करीब 450 किलोमीटर की सीमा पर 125000 सैनिकों को खड़ा कर दिया है , वहीं अमेरिका की खुफिया एजेंसी के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने रूस सैनिकों को हमले के लिए तैयार होने के लिए कह दिया है , लेकिन रूस की एजेंसियां इसे नकार रही है।
वही यूक्रेन का साथ निभाने वाले देश अमेरिका , ब्रिटिश भी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं।