गर्लफ्रेंड के पति की हत्या का आरोपी नेपाल से पकड़ा गया, 2010 में की थी हत्या
ऑपरेशन ओल्ड मोन्क के तहत नेपाल की सीमा के पास से शातिर अपराधी वीरमाराम को गिरफ्तार किया।
2010 में बाड़मेर के गुड़ामालानी क्षेत्र में विरमाराम ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर उसके पति की हत्या की थी, इसके बाद विरमाराम को आजीवन कारावास की सजा हुई।
लेकिन 2018 में पेरोल पर छूटने के बाद वीरमाराम फरार हो गया, इसके बाद बिहार, झारखंड एवं नेपाल में घूमने लग गया।
पुलिस भी आरोपी का पीछा करती रही, लेकिन विरमाराम ने जेल से बाहर आने के बाद मादक पदार्थों की तस्करी का काम शुरू कर दिया और झारखंड से राजस्थान तक उसने अपनी गैंग बना ली।
आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने दिल्ली, नेपाल, बिहार, झारखंड, पटना सहित कई क्षेत्रों में तलाशी ली थी।
विरमाराम समस्तीपुर के एक होटल में रुका हुआ था, पुलिस ने जब वीरमाराम से नाम पूछा तो उसने कहा उसका नाम जगाराम हैं।
लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वही साइक्लोनर हैं।
उसके पास से वीरमाराम के नाम का आधार कार्ड और पैन कार्ड भी मिला।
घर पर ऑनलाइन भेजता था पैसे
विरमाराम अपने परिवार से संपर्क में था और मध्य पदार्थ के बाड़मेर के तस्करों से भी संपर्क में रहता था, लेकिन वह ऑनलाइन एप के माध्यम से ही बात करता था।
वह जब भी घर पर पैसे भेजता तो वह किसी अन्य को पैसा भेजता वहां से उसके घर वालों को ट्रांसफर होते।
50000 रुपए के इनामी विरमाराम को पकड़ने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।