लोकसभा चुनाव में क्यों गायब हो गई वसुंधरा राजे, दो बार रह चुकी है सीएम
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में शमिल हैं लेकिन अपने पुत्र दुष्यंत सिंह की झालावाड़ सीट को छोड़कर वसुंधरा राजे कहीं भी भाजपा का प्रचार करते नजर नहीं आ रही।
राजस्थान के दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे इस बार झालावाड़ लोकसभा सीट को छोड़कर किसी भी भाजपा का प्रचार करने नहीं गई, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं दोनों उपमुख्यमंत्री भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में लगतार रैलियां कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह एवं कई केंद्रीय मंत्री राजस्थान में चुनावी सभाएं कर चुके हैं, परंतु वसुंधरा राजे ने इन नेताओं के साथ भी एक बार भी मंच साझा नहीं किया।
वसुंधरा राजे ने एक बार झालावाड़ सीट पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मंच साझा किया था, इसी पहले वसुंधरा राजे ने विधानसभा चुनाव में जमकर प्रचार किया था लेकिन भाजपा को बहुमत मिलने के बाद वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री न बनाने के कारण राजे नाराज बताई जा रही है।
हालांकि वसुंधरा राजे ने भाजपा की स्थापना दिवस के दिन भाजपा नेताओं के साथ मुलाकात की थी, लेकिन 25 साल तक राजस्थान में भाजपा की मजबूत नेता रही वसुंधरा राजे एकदम शांत कैसे हो गई यह सवाल बड़ा है।
वसुंधरा राजे लोक सभा चुनाव से पहले भी भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यक्रमों में नहीं पहुंची थी, वसुंधरा राजे फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष हैं।
एवं राजस्थान के झालरापाटन विधानसभा सीट से विधायक है, वसुन्धरा राजे के पास सरकार का कोई पद मौजूद नहीं है।
वसुंधरा राजे को लेकर लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कोई कार्यक्रम भी जारी नहीं किया था. लेकिन राजस्थान की भाजपा में वसुंधरा राजे का एक बड़ा गुट वसुंधरा राजे का समर्थन हैं।